मुंबई: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर अंधविश्वास को बढ़ावा देने और चमत्कारी दावे करने का आरोप लगा है। ये आरोप नागपुर की जादू-टोना विरोध समिति ने लगाए है और समिति द्वारा इनके खिलाफ नागपुर में केस भी दर्ज कराया गया है।
ऐसे में आरोप लगाने वाले समिति की मांग है कि मामले में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को गिरफ्तार भी किया जाए। उधर, अपने पर लगे आरोपों पर बोलते हुए धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने जवाब भी दिया है और कहा है कि ये सब लोग धर्म विरोधी है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार, मध्य प्रदेश के जाने-माने कथा करने वाले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने हाल में ही नागपुर में एक कथा की थी। यह कथा 7 और 8 जनवरी को आयोजित दिव्य दरबार में आयोजित किया गया था। ऐसे में इस दिव्य दरबार को लेकर चमत्कारी दावे भी करने का आरोप लगा है।
आरोप लगाने वाली जादू-टोना विरोध समिति के संस्थापक श्याम मानव का कहना है कि हमारे संविधान में राम कथा या धर्म के प्रचार को लेकर कोई रोक नहीं है लेकिन जब ऐसे कथा में अंधविश्वास को बढ़ावा दिया जाए और चमत्कारी दावे किया जाए तो यह कानून का उल्लंघन है। ऐसे में समिति का कहना है कि उनकी बात को साबित करने के लिए उस कथा की धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की वीडियो भी उनके पास है।
इन आरोपों पर क्या बोले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपने पर लगे सभी आरोपों पर जवाब दिया है और कहा है कि "हाथी चले बाजार, कुत्ते भौंके हजार।" उन्होंने यह भी कहा है कि वे कई दिनों से यहां दरबार लगाए थे तो कोई नहीं कुछ बोला अंत में उन्हें लेकर दावा और बयान दिया जा रहा है।
उन्होंने आगे कहा, "हम वर्षों से बोल रहे हैं कि न हम कोई चमत्कारी हैं, न हम कोई गुरू हैं।'' अपना पक्ष रखते हुए धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने यह भी कहा है कि ये लोग धर्म विरोधी है जो उन्हें लेकर ऐसी बातें कर रहे है।
यही नहीं मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, समिति के संस्थापक श्याम मानव ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को चुनौती भी दी है कि अगर उनकी चमत्कारी दावे सही साबित हुए तो उन्हें 30 लाख रुपए बतौर इनाम दिया जाएगा। ऐसे में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा इस चुनौती के स्वीकार करने की कोई खबर नहीं है लेकिन धीरेंद्र शास्त्री ने अपना कथा दो दिन पहले ही खत्म कर दिया और वे वहां चले भी गए हैं।