भारत में बनेगी 'कार्ल गुस्ताफ एम4 पोर्टेबल रिकॉयलेस राइफल', स्वीडन की कंपनी को मिला रक्षा परियोजनाओं में 100% एफडीआई
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: November 6, 2023 03:44 PM2023-11-06T15:44:45+5:302023-11-06T15:53:14+5:30
कार्ल गुस्ताफ एम4 एक 84 मिमी मैन-पोर्टेबल रिकॉयलेस राइफल है। इसे स्वीडिश रक्षा दिग्गज SAAB बोफोर्स डायनेमिक्स द्वारा विकसित और निर्मित किया गया है। यह हथियार बहुउद्देशीय है और इसका उपयोग 1,000 मीटर तक की दूरी पर लक्ष्यों की एक विस्तृत श्रृंखला को नष्ट करने के लिए किया जा सकता है।
नई दिल्ली: स्वीडन की प्रमुख हथियार निर्माता कंपनी 'साब' भारत में एक निर्माण इकाई स्थापित करेगी जो कंधे से दागे जाने वाले रॉकेट बनाएगी। खास बात ये है कि 'साब' पहली विदेशी कंपनी बन गई है जिसने भारत की रक्षा परियोजनाओं में 100% एफडीआई हासिल किया है।
भारत ने रक्षा क्षेत्र में अपने पहले 100% प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) को मंजूरी दे दी है, जिससे स्वीडन की साब को रॉकेट निर्माण की सुविधा स्थापित करने की अनुमति मिल गई है। इकॉनमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 500 करोड़ रुपये से कम मूल्य के एफडीआई प्रस्ताव को पिछले महीने हरी झंडी दे दी गई थी। भारत वर्तमान में रक्षा क्षेत्र में 74% एफडीआई की अनुमति देता है।
कार्ल-गुस्ताफ एम4 सिस्टम के नवीनतम आधुनिक हथियारों का उत्पादन करने के लिए एक नई कंपनी, साब एफएफवी इंडिया को पंजीकृत किया गया है। ये कंपनी संभवतः हरियाणा में स्थित होगी। कार्ल-गुस्ताफ एम4 कंधे सा दागे जाने वाली एक विशेष रायफल है जिसका भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाता है। स्थानीय उत्पादन शुरू होने पर इन्हें निर्यात भी किया जा सकता है।
क्या है कार्ल गुस्ताफ एम4
कार्ल गुस्ताफ एम4 एक 84 मिमी मैन-पोर्टेबल रिकॉयलेस राइफल है। इसे स्वीडिश रक्षा दिग्गज SAAB बोफोर्स डायनेमिक्स द्वारा विकसित और निर्मित किया गया है। यह हथियार बहुउद्देशीय है और इसका उपयोग 1,000 मीटर तक की दूरी पर लक्ष्यों की एक विस्तृत श्रृंखला को नष्ट करने के लिए किया जा सकता है।
इस डील की खास बात ये है कि कार्ल गुस्ताफ एम4 रॉकेट लॉन्चर की टेक्नोलॉजी भी भारत को हस्तांतरित की जाएगी। इसका वजन 6.6 किलोग्राम और लंबाई 37 इंच है। कार्ल गुस्ताफ एम4 रॉकेट लॉन्चर में दस तरह के हथियार फिट किए जा सकते हैं। इसकी मदद से दुश्मन की चलती गाड़ी को 400 मीटर की दूरी से ही उड़ाया जा सकता है। ये हथियार 2 किमी की दूरी तक गोला दाग सकता है।