कोलकाता, 24 अप्रैल कश्मीर घाटी में अपने मानवीय कार्यों के लिए ‘जनता का जनरल’ नाम से प्रसिद्ध सेना के पूर्व उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) सुब्रत साहा रासबिहारी विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं और उनका कहना है कि जनसेवा के अपने काम को जारी रखने के लिए उन्होंने राजनीति का रास्ता चुना हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड के सदस्य साहा ने कहा कि बंगाल की सेवा करने की उनकी इच्छा ही उन्हें राजनीति में लाई।
श्रीनगर स्थित 15 (चिनार) कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग रह चुके साहा ने कहा, ‘‘मेरे लिए यह जनसेवा करने का रास्ता है, अपने जीवन के 40 साल मैंने सेना के जरिए राष्ट्र की सेवा में बिताए।’’
सितंबर 2014 में श्रीनगर घाटी में आई विनाशकारी बाढ़ के दौरान राहत एवं बचाव कार्यों के लिए उनकी काफी सराहना हुई थी।
साहा सेना के उप प्रमुख के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘आप सीमा पर हैं तब भी वास्तव में आप जनसेवा ही कर रहे होते हैं।’’
साहा ने कहा, ‘‘बंगाल का पतन हमने अपनी आंखों के सामने देखा है।’’ उन्होंने दावा किया कि जिन राज्यों में भाजपा सत्ता में है वहां काफी सराहनीय बदलाव हो रहे हैं।
साहा ने वाम दल और तृणमूल कांग्रेस पर बीते 44 वर्षों में राज्य की क्षमताओं को नष्ट करने का आरोप लगाया।
रासबिहारी में सोमवार को चुनाव होने हैं। साहा ने कहा, ‘‘रासबिहारी क्षेत्र में सुरक्षा सबसे बड़ा चिंता का विषय है।
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