भोपालः मध्य प्रदेश में शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार आगामी 8 दिसंबर को हो सकता है. विस्तार में सिंधिया समर्थक दो पूर्व मंत्रियों गोविन्द राजपूत और तुलसी सिलावट का मंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है.
इसके साथ ही भाजपा के 3-4 वरिष्ठ विधायकों को भी मंत्रिमंडल में जगह देने पर विचार चल रहा है. गौरतलब है कि बीते उपचुनाव में कांग्रेस से भाजपा में आए, तीन सिंधिया समर्थक मंत्री इमरती देवी, एंडल सिंह कंसाना और गिर्राज दंडोतिया चुनाव हार चुके हैं.
वहीं 3 नवंबर को उपचुनाव के लिए मतदान के पूर्व ही, बीते 21 अक्टूबर को 2 सिंधिया समर्थक मंत्रियों तुलसी सिलावट और गोविन्द राजपूत ने बिना विधानसभा सदस्य बने मंत्री बने रहने की अधिकतम छह माह की समय सीमा पूरी होंने पर त्यागपत्र दे दिया था.
इस तरह शिवराज मंत्रिमंडल में मंत्रियों के सीधे-सीधे पांच स्थान खाली हो गए हैं. वहीं मंत्री बनाने की अधिकतम सीमा के अनुरूप शिवराज मंत्री मंडल में एक स्थान पूर्व से ही खाली था. इस तरह मंत्रिमंडल में अधिकतम छह लोगों को शपथ दिलाई जा सकती है.
शिवराज मंत्रिमंडल के विस्तार की संभावनाओं को इसलिए भी बल मिल रहा है, क्योंकि कल ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी और भाजपा के राष्टÑीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा से दिल्ली में मिलकर आए हैं. सियासी गलियारों में चल रही चर्चाओं के अनुसार भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने मंत्रिमंडल के विस्तार को हरी झंडी दे दी है. इसी कारण मध्यप्रदेश के प्रभारी राज्यपाल आनंदी बेन पटेल 7 दिसंबर को भोपाल पहुंच रही है.