CAA Protest: कपिल मिश्रा ने कहा- शाहीन बाग में बैठी भीड़ अब बन चुकी है आत्मघाती दस्ता, किसी की नहीं मान रहे बात
By रामदीप मिश्रा | Published: March 18, 2020 12:23 PM2020-03-18T12:23:02+5:302020-03-18T12:24:18+5:30
संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ महिलाओं की अगुवाई वाले शाहीन बाग के धरने को 90 से अधिक दिन हो गए हैं। धरने को युवा और कॉलेज छात्रों ने संबोधित किया। धरने में महिलाएं और बच्चे शामिल थे। इसमें फैज अहमद फैज की कविताओं का पाठ किया गया। विविधता में एकता और क्रांति के नारे लगाए जा रहे थे।
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ तीन महीने से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के शाहीन बाग में हो रहे प्रदर्शन पर एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता कपिल मिश्रा ने हमला बोला है। उन्होंने शाहीन बाग में धरना प्रदर्शन को आत्मघाती दस्ता बताया है। बता दें इस धरने में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।
कपिल मिश्रा ने कोरोना का हवाला देते हुए ट्वीट कर कहा, 'शाहीन बाग में बैठी भीड़ अब आत्मघाती दस्ता बन चुकी है। सुप्रीम कोर्ट, पुलिस, सरकार, डॉक्टर्स किसी की बात नहीं मान रहे हैं। कल्पना कीजिये, अगर इन्होंने जाफराबाद और चांद बाग में भी शाहीन बना लिया होता तो।'
कपिल मिश्रा ने बीते दिन ट्वीट कर कहा था, 'पहले उन्होंने (प्रदर्शनकारियों) हमारे ट्रैफिक को रोककर हमें स्कूलों, अस्पतालों और नौकरी पर जाने से रोका। अभी शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी 'सुसाइड मिशन पर आतंकवादी' जैसा व्यवहार कर रहे हैं। शाहीन बाग अब दिल्ली के लाखों नागरिकों के जीवन के लिए सीधा खतरा है। यह एक आपराधिक कृत्य है।'
शाहीन बाग में बैठी भीड़ अब आत्मघाती दस्ता बन चुकी हैं
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) March 18, 2020
सुप्रीम कोर्ट, पुलिस, सरकार, डॉक्टर्स किसी की बात नहीं मान रहे
कल्पना कीजिये,
अगर इन्होंने जाफराबाद और चांद बाग में भी शाहीन बना लिया होता तो#Corona
इससे पहले दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान शाहीन बाग को लेकर 22 और 23 जनवरी को ट्वीट कर कपिल मिश्रा ने कहा था कि दिल्ली में छोटे छोटे पाकिस्तान बने हैं, शाहीन बाग में पाकिस्तान की इंट्री हुई है और आठ फरवरी को दिल्ली में भारत बनाम पाकिस्तान होगा। इसके अलावा उन्होंने अन्य ट्वीट में कहा था कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने पाकिस्तान की तरह शाहीन बाग बनाया है।
संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ महिलाओं की अगुवाई वाले शाहीन बाग के धरने को 90 से अधिक दिन हो गए हैं। धरने को युवा और कॉलेज छात्रों ने संबोधित किया। धरने में महिलाएं और बच्चे शामिल थे। इसमें फैज अहमद फैज की कविताओं का पाठ किया गया। विविधता में एकता और क्रांति के नारे लगाए जा रहे थे। गौरतलब है कि इन स्थानों पर में संशोधित नागरिकता कानून, राष्ट्रीय नागरिक पंजी और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के खिलाफ 15 दिसंबर से धरना जारी है।