सीएए असम चुनाव में मुद्दा नहीं, लोग जज्बात में आकर वोट नहीं देंगे: राज्य भाजपा प्रमुख रंजीत दास
By भाषा | Updated: March 14, 2021 17:26 IST2021-03-14T17:26:37+5:302021-03-14T17:26:37+5:30

सीएए असम चुनाव में मुद्दा नहीं, लोग जज्बात में आकर वोट नहीं देंगे: राज्य भाजपा प्रमुख रंजीत दास
(त्रिदीप लहकर)
गुवाहाटी, 14 मार्च असम की भाजपा इकाई के अध्यक्ष रंजीत कुमार दास ने रविवार को दावा किया कि असम विधानसभा चुनाव में विवादास्पद नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) कोई मुद्दा नहीं है क्योंकि लोग भावनात्मक नहीं बल्कि तार्किक रूप से मतदान करेंगे।
दास ने 'पीटीआई-भाषा' के साथ साक्षात्कार के दौरान कहा कि लोगों को पूरा भरोसा है कि जब तक भाजपा राज्य की सत्ता में है, तब तक एक भी विदेशी असम में गैर-कानूनी रूप से नहीं बस सकता।
उन्होंने कहा, '' सीएए का चुनाव पर कोई प्रभाव नहीं होगा और असम के लोग पूर्व में यह दर्शा चुके हैं। जब नागरिकता का मुद्दा अपने चरम पर था, हमने पंचायत चुनाव लड़ा, लोगों से कहा कि अगर असम में कोई विदेशी घुसता है तो वे हमसे सवाल करें। उस चुनाव में हमें सबसे अधिक सीटें मिलीं।''
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सीएए का मुद्दा 2019 के लोकसभा चुनाव में भी उठा और तब भाजपा ने सात के मुकाबले नौ सीटों पर जीत दर्ज की।
दास ने कहा, '' हमने तिवा स्वायत्त परिषद चुनाव में जबरदस्त जीत दर्ज की और कांग्रेस खाता तक नहीं खोल पाई। बोडोलैंड टेरिटोरियल रीजन चुनाव में भी कांग्रेस कोई सीट नहीं जीत सकी। विधानसभा चुनाव में भी सीएए कोई मुद्दा नहीं है।''
उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता प्रत्येक बूथ पर गए और लोगों से पूछा कि सीएए लागू होने के बाद उनके इलाके में कोई विदेशी आया या नहीं?
वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा, '' यह दावा किया गया था कि राज्य में डेढ़ करोड़ प्रवासी आएंगे लेकिन एक भी व्यक्ति नहीं आया। हमने जोर दिया था कि राज्य में जब तक भाजपा की सरकार है, तब तक एक भी विदेशी असम में नहीं घुस सकता। लोग हमारे वादे से आश्वस्त हैं।''
असम चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस सीएए का मुद्दा जोर-शोर से उठा रही है और वादा कर रही है कि अगर महागठबंधन राज्य की सत्ता में आया तो सीएए को रद्द करेंगे।
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