Byju’s का टेक्नोपार्क कार्यालय हुआ बंद, बेरोजगार 170 कर्मचारियों ने कंपनी पर लगाया यह आरोप-राज्य श्रम मंत्री से की मुलाकात
By आजाद खान | Updated: October 26, 2022 09:40 IST2022-10-26T09:17:57+5:302022-10-26T09:40:30+5:30
कार्यालय के बंद होने से 170 कर्मचारियों ने राज्य श्रम मंत्री से मुलाकात कर अपनी मांग को रखी है। उन लोगों ने कंपनी पर आरोप लगाते हुए उससे मुआवजे और लंबित वेतन की मांग की है।

फोटो सोर्स: Facebook Page BYJU'S
तिरुवनंतपुरम:केरल के तिरुवनंतपुरम में एडटेक यूनिकॉर्न बाईजूस (Byju’s) द्वारा अपने कार्यालय को बंद कर देने से वहां काम कर रहे 170 से भी अधिक कर्मचारी बेरोजगार हो गए है। कंपनी द्वारा उठाए गए इस कदम से कर्मचारी बहुत नाराज है और वे मुआवजे की मांग कर रहे है।
इस सिलसिले में वे राज्य के श्रम मंत्री से भी मुलाकात की है और अपनी मांग को रखा है। ऐसे में श्रम मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया है कि उनकी मांग पर वे विचार करेंगे और मामले की जांच होगी।
क्या है पूरा मामला
बाईजूस (Byju’s) के टेक्नोपार्क के कर्मचारियों ने टेक्नोपार्क टुडे नामक एक सामुदायिक मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया है कि कंपनी उन्हें जबरन मजबूर कर रही है कि वे अपने नौकरी से इस्तीफा दें।
ऐसे में मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी के टेक्नोपार्क के 170 कर्मचारियों ने इस का विरोध किया है और वे इस मुद्दे को राज्य के श्रम मंत्री वी शिवनकुट्टी से मुलाकात भी की है। कर्मचारियों ने जबरन इस्तीफा दिलवाने का आरोप लगाते हुए कंपनी से मुआवजे और लंबित वेतन की मांग की है।
क्या है कर्मचारियों की मांग
टेक्नोपार्क के एक कर्मचारी कल्याण संगठन के जरिए बाईजूस (Byju’s) के कर्मचारियों ने अपनी मांग रखी है। उन्होंने कहा है उनकी यह मांग है कि कंपनी उन्हें एक नवंबर 2022 को अक्टूबर 2022 के वेतन का भुगतान करे। इसके साथ ही कंपनी आगामी तीन महीनों यानी नवंबर 2022 से 31 जनवरी 2023 तक के लिए एकमुश्त वेतन का भी भुगतान करे।
यही नहीं वे अर्जित अवकाश नकदीकरण और परिवर्तनीय वेतन का पूर्ण निपटान की भी मांग कर रहे है।
राज्य के श्रम मंत्री ने क्या कहा
मामले में बोलते हुए राज्य के श्रम मंत्री वी शिवनकुट्टी ने कहा कि टेक्नोपार्क तिरुवनंतपुरम से बायजू ऐप के कर्मचारी ने मुझसे मुलाकात की है। उन्होंने यह भी कहा कि कर्मचारियों ने कंपनी से संबंधित कई शिकायत की है जिसका श्रम विभाग गंभीरता से जांच करेगा।