बडगाम और नगरोटा के उप चुनावों की जल्द होगी घोषणा, बडगाम से उमर के बेटे और नगरोटा से केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह की भतीजी मैदान में
By सुरेश एस डुग्गर | Updated: January 7, 2025 13:37 IST2025-01-07T13:34:35+5:302025-01-07T13:37:26+5:30
By-elections Budgam and Nagrota: परिस्थितियों के अनुकूल रहने पर वह बडगाम विधानसभा सीट के उपचुनाच में नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के उम्मीदवार के रूप में भाग्य आजमा सकते हैं।

बडगाम और नगरोटा के उप चुनावों की जल्द होगी घोषणा, बडगाम से उमर के बेटे और नगरोटा से केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह की भतीजी मैदान में
By-elections Budgam and Nagrota: भारतीय चुनाव आयोग जम्मू कश्मीर के बडगाम और नगरोटा विधानसभा क्षेत्रों के लिए उपचुनावों के कार्यक्रम की घोषण करने वाला है। इनमें से एक भाजपा और दूसरा नेशनल कांफ्रेंस का गढ़ माना जाता है जिसके लिए दोनों दलों ने उम्मीदवार भी तैयार करलिए हैं। इनमें से एक केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और स्व भाजपा विधायक देवेंद्र सिंह राणा की बेटी देवयानी राणा की लांचिंग भाजपा ने कल कर दी पर बडगाम से मैदान में उतरने जा रहे उमर अब्दुल्ला के बेटे जमीर अब्दुल्ला की लांचिंग अभी नहीं हुई है।
सूत्रों ने बताया कि चुनाव आयोग अगले कुछ दिनों में इन दोनों सीटों के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर सकता है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में घोषणा इस सप्ताह किए जाने की संभावना है। अधिकारियों के मुताबिक, मतदान फरवरी के दूसरे या तीसरे सप्ताह में होगा।
याद रहे बडगाम सीट उमर अब्दुल्ला द्वारा खाली की गई थी, जिन्होंने गंदरबल के पार्टी गढ़ को बरकरार रखने का फैसला किया था, जबकि नगरोटा सीट भाजपा नेता देविंदर सिंह राणा के निधन के बाद खाली हुई थी। राणा केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के भाई थे।
भाजपा जहां देविंदर सिंह राणा की बेटी देवयानी राणा को नगरोटा सीट से अपना उम्मीदवार बना सकती है। हालांकि वहीं सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि बडगाम सीट से एनसी का उम्मीदवार कौन होगा। वैसे नेकां ने इस सीट से अपना उम्मीदवार कौन होगा, इस बारे में कोई संकेत तक नहीं दिया है, जिससे राजनीतिक पर्यवेक्षकों और मतदाताओं में व्यापक जिज्ञासा पैदा हो गई है।
पार भीतरी सूत्रों के मुताबिक, लोकसभा और विधानसभा चुनावों में पिता उमर अब्दुल्ला के साथ चुनाव प्रचार तक सीमित रहे जमीर अब्दुल्ला जम्मू कश्मीर की राजनीति में सक्रिय होने के लिए तैयार हैं। परिस्थितियों के अनुकूल रहने पर वह बडगाम विधानसभा सीट के उपचुनाच में नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के उम्मीदवार के रूप में भाग्य आजमा सकते हैं।
बता दें कि वर्ष 2024 में विधानसभा चुनाव में उमर ने नेकां के उम्मीदवार के रूप में बडगाम व गंदरबल से चुनाव लड़ा और दोनों सीटों पर जीते। बाद में उन्होंने बडगाम सीट से त्यागपत्र दे दिया। अब बडगाम सीट खाली है। इसके अलावा जम्मू में भाजपा नेता देवेंद्र सिंह राणा के निधन से नगरोटा सीट भी खाली पड़ी है। अनुमान है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के साथ जम्मू कश्मीर में खाली दो सीट बडगाम और नगरोटा पर उपचुनाव कराए जा सकते हैं। यह चुनाव फरवरी-मार्च में हो सकते हैं।
2024 के जम्मू कश्मीर चुनावों में उमर अब्दुल्ला ने अलगाववादी नेता आगा हसन के बेटे मुंतजिर मेहदी को 18000 से अधिक मतों के अंतर से हराकर बडगाम सीट जीती थी। राणा ने नेशनल कांफ्रेंस के जोगिंदर सिंह को 30,472 मतों से हराकर नगरोटा सीट जीती थी।