कर्नाटक: पश्चिमी घाट के जंगलों में एक नई तितली प्रजाति 'कॉनजॉइन्ड सिल्वरलाइन' की खोज की गई

By अनुभा जैन | Published: January 16, 2024 03:47 PM2024-01-16T15:47:53+5:302024-01-16T15:57:13+5:30

नेशनल सेंटर फॉर बायोलॉजिकल साइंसेज (एनसीबीएस) के वैज्ञानिकों और लेपिडोप्टरिस्टों ने इंडियन फाउंडेशन फॉर बटरफ्लाइज ट्रस्ट के सहयोग से पश्चिमी घाट के जैव विविधता हॉटस्पॉट कोडागु जिले के जंगलों में एक तितली प्रजाति "द कंजॉइन्ड सिल्वरलाइन" (सिगरेटिस कंजुक्टा) की खोज की है।

Butterfly species Conjoined Silverline discovered in forests Kodagu Western Ghats | कर्नाटक: पश्चिमी घाट के जंगलों में एक नई तितली प्रजाति 'कॉनजॉइन्ड सिल्वरलाइन' की खोज की गई

फाइल फोटो

Highlightsएनसीबीएस के वैज्ञानिकों ने तितली की नई प्रजाति खोज कीपश्चिमी घाट के जैव विविधता हॉटस्पॉट कोडागु जिले में मिला इनका अस्तित्वयहां हनी वैली क्षेत्र में एक प्रजाति की 30 से अधिक तितलियां पाई गईं

बेंगलुरु: नेशनल सेंटर फॉर बायोलॉजिकल साइंसेज (एनसीबीएस) के वैज्ञानिकों और लेपिडोप्टरिस्टों ने इंडियन फाउंडेशन फॉर बटरफ्लाइज ट्रस्ट के सहयोग से तितली की नई प्रजाति खोज की है। पश्चिमी घाट के जैव विविधता हॉटस्पॉट कोडागु जिले के जंगलों में एक तितली प्रजाति "द कंजॉइन्ड सिल्वरलाइन" (सिगरेटिस कंजुक्टा) की खोज की है। 

टीम ने ब्रह्मगिरि वन्यजीव अभयारण्य का सर्वेक्षण किया, जहां हनी वैली क्षेत्र में एक प्रजाति की 30 से अधिक तितलियां पाई गईं। यह नई प्रजाति छोटी है और इसके पंखों का फैलाव एक इंच से भी कम है। एक करीबी अध्ययन और अवलोकन से पंखों के नीचे की तरफ विशिष्ट जुड़े हुए बैंड का पता चलता है, जिसने कंजॉइन्ड सिल्वरलाइन नाम की आवश्यकता जताई और प्रजातियों को उनके करीबी रिश्तेदारों और अन्य सिल्वरलाइन प्रजातियों से अलग बनाया।

वन, पारिस्थितिकी और पर्यावरण मंत्री ईश्वर बी. खंड्रे ने कहा कि यह गर्व की बात है और आशा है कि कर्नाटक में इस तरह के और भी महत्वपूर्ण शोध जारी रहेंगे।

एनसीबीएस के अनुसार, यह एक अज्ञात प्रजाति थी और इसकी खोज 2021 में तितली विशेषज्ञ प्रोफेसर कृष्णामेघ कुंटे ने अपने दो पीएच.डी. के स्कॉलर उज्वला पवार और विराज नावगे के साथ की थी।

कुंटे ने पहली बार 2008 में ब्रह्मगिरि वन्यजीव अभयारण्य में इरुप्पु फॉल्स की एक क्षेत्रीय यात्रा के दौरान तितली की तस्वीर खींची थी। उन्होंने कहा कि 2008 में उस समय गहन अध्ययन के लिए आवश्यक शोध परमिट का अभाव था। साल 2021 में मेरे समूह ने गहन जांच शुरू की, जिससे इस नई प्रजाति का अनावरण हुआ। उन्होंने कहा कि कुछ नया खोजने का रोमांच अधिक जैव विविधता दस्तावेज की ओर ज्यादा प्रेरणा देता है।

एनसीबीएस के अनुसार, सिल्वरलाइन तितलियां ज्यादातर भारतीय उपमहाद्वीप और हिमालय में देखी जाती हैं। सिल्वरलाइन तितलियां लाइकेनिडे परिवार से संबंधित हैं, जिनकी भारत में 16 प्रजातियां पाई जाती हैं। प्रायद्वीपीय भारत और श्रीलंका में इनमें से 11 प्रजातियां हैं। हालांकि, नई खोजी गई प्रजाति मध्य ऊंचाई वाले पश्चिमी घाट के घने गीले सदाबहार जंगलों तक ही सीमित लगती है।

बैंगलोर विश्वविद्यालय के पारिस्थितिकीविज्ञानी दिवाकर शुक्ला ने कहा कि नवीनतम तकनीक, उपकरण और फील्डवर्क पश्चिमी घाट जैसे अद्वितीय आवासों की अज्ञात जैव विविधता की खोज के लिए महत्वपूर्ण हैं।

हाल ही में अशोक सेन गुप्ता, प्रोफेसर कुंटे और उनके उन्हीं दो स्कॉलर्स के साथ पश्चिमी घाट से सिल्वरलाइन तितली सिगरेट डोनजेल की एक नई प्रजाति, 1847 (लेपिडोप्टेरा- लाइकेनिडाई) की एक नई प्रजाति नामक शोध दुनिया के मेगा जर्नल 'जूटेक्सा' में भी प्रकाशित हुआ है।

Web Title: Butterfly species Conjoined Silverline discovered in forests Kodagu Western Ghats

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे