बजट सत्रः एक फरवरी को विपक्षी पार्टियों के बीच बैठक होने की संभावना, CAA और महंगाई पर हल्ला बोलेंगे
By भाषा | Updated: January 30, 2020 12:29 IST2020-01-30T12:29:58+5:302020-01-30T12:29:58+5:30
सूत्रों के अनुसार, विभिन्न दलों ने बजट सत्र पर अपनी व्यक्तिगत रणनीति के लिए बैठकें कर ली हैं। अब वे जल्द ही आपस में बैठक कर आम लोगों से जुड़े मुद्दों पर सरकार को घेरने के लिए संयुक्त रणनीति बनाएंगे।

अर्थव्यवस्था की बुरी हालत और बेरोजगारी आदि पर सरकार को घेरेंगे विपक्षी दल।
संसद में एक फरवरी को बजट पेश होने के बाद, बजट सत्र पर संयुक्त रणनीति बनाने के लिए विपक्षी पार्टियों के बीच बैठक होने की संभावना है। संसद सत्र शुक्रवार से शुरू हो रहा है।
सूत्रों के अनुसार, विभिन्न दलों ने बजट सत्र पर अपनी व्यक्तिगत रणनीति के लिए बैठकें कर ली हैं। अब वे जल्द ही आपस में बैठक कर आम लोगों से जुड़े मुद्दों पर सरकार को घेरने के लिए संयुक्त रणनीति बनाएंगे। इन मुद्दों में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन, बढ़ रही कीमतें, मंहगाई के साथ-साथ अर्थव्यवस्था की बुरी हालत और बेरोजगारी आदि शामिल हैं।
संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शनों के बीच केंद्र सरकार ने कहा कि वह किसी भी मुद्दे पर संसद में चर्चा को तैयार है और विपक्ष से सुचारु रूप से कार्यवाही चलाने में मदद की अपील की। संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी ने एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से कहा कि सरकार इसी तरह की अपील गुरुवार को होने वाली सर्वदलीय बैठक में भी करेगी जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे।
माना जा रहा है कि 31 जनवरी से शुरू हो रहे संसद के बजट सत्र के दौरान अन्य मुद्दों के साथ देशभर में सीएए के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन का भी मुद्दा उठ सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘संसद के पटल पर सरकार किसी भी मुद्दे पर चर्चा को तैयार है।
कल भी सर्वदलीय बैठक में हम विपक्ष से संसद की कार्यवाही सुचारू रूप से चलने देने की अपील करेंगे, किसी भी मुद्दे पर चर्चा, बहस कर सकते हैं। यह सरकार की रणनीति होगी।’’ बजट में मध्यवर्ग के लिए खुशखबरी होने संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा कि जो भी होगा उसकी घोषणा संसद में की जाएगी। यह अच्छा बजट होगा यह मैं कह सकता हूं।