Budget 2020: बजट से पहले वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने अपने आवास पर की पूजा-अर्चना, जानें क्या कहा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 1, 2020 09:29 AM2020-02-01T09:29:41+5:302020-02-01T09:29:41+5:30
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार सबका साथ और सबका विकास में भरोसा करती है। सरकार ने समाज के हर वर्ग की प्रतिक्रिया लेने के बाद बजट तैयार किया है। ऐसे में साफ है कि हमने बजट में हर वर्ग को ध्यान में रखा है।
आज नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश होने वाला है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज संसद में बजट पेश करेंगी। इस दौरान संसद में उनके साथ वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर भी रहेंगे। अनुराग ठाकुर ने शनिवार सुबह बजट पेश होने से पहले अपने आवास पर पूजा अर्चना की।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार सबका साथ और सबका विकास में भरोसा करती है। सरकार ने समाज के हर वर्ग की प्रतिक्रिया लेने के बाद बजट तैयार किया है। ऐसे में साफ है कि हमने बजट में हर वर्ग को ध्यान में रखा है।
MoS Finance Anurag Thakur: Modi govt believes in 'sabka sath, sabka vikas.' We received suggestions from across the country. The government is making efforts that this budget is good for all. #Budget2020https://t.co/h72WcINpkKpic.twitter.com/0oOKqo8bfj
— ANI (@ANI) February 1, 2020
बता दें कि आज देश के आम लोगों की नजर इस बात पर है कि लाल कपड़े में बंधे बजट के पिटारे से सीतारमण व अनुराग ठाकुर इस बार देश को लोगों को क्या तोहफा देने वाले हैं? इसके साथ ही किसान, मध्यमवर्ग, असंगठित क्षेत्र व विनिर्माण सेक्टर के लोग अपनी-अपनी उम्मीदें लिए सरकार की तरफ देख रहे हैं।
बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के सामने चुनौतियां कम नहीं है, खासकर तब जब देश की अर्थव्यवस्था में लगातार गिरावट आ रही है। आज वित्त मंत्री वित्तीय वर्ष 2020-21 (FY21) के लिए केंद्रीय बजट पेश कर रही हैं। भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी से आ रही गिरावट की वजह से शुक्रवार को, सरकार ने 2018-19 के लिए जीडीपी विकास दर में 6.8% से 6.1% की कटौती की है। यह सोचने वाली बात है कि चालू वर्ष में विकास दर पिछले छह साल के सबसे निचले स्तर पर रहने की उम्मीद है।
देश में मंदी की रफ्तार ना केवल तेज है, बल्कि काफी व्यापक भी है। कृषि सेक्टर हो या विनिर्माण इन सभी क्षेत्रों की आर्थिक गतिविधियों में मंदी देखी गई है। आपको बता दें कि जुलाई 2019 में पेश किए गए आखिरी पूर्ण बजट में, सरकार को उम्मीद थी कि 2019-20 में मामूली जीडीपी 12% बढ़ेगा। जैसा कि पता चला है, यह आंकड़ा 7.5% या उससे कम होने की संभावना है। सरकार जीडीपी में सुधार के लिए विनिर्माण क्षेत्र में ध्यान दे सकती है। इसके साथ ही जीडीपी को प्रभावित करने वाले असंगठित क्षेत्र के लोगों के लिए भी सरकार घोषणा कर सकती है।