देश की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण देने में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को लोक सभा में बजट पेश करते हुए एक नया रिकॉर्ड कायम कर दिया। उन्होंने दो घंटे 40 मिनट तक बजट भाषण पढ़ा। इससे पूर्व बजट पेश करने में सबसे अधिक समय लेने का रिकॉर्ड जसवंत सिंह के नाम हैं। अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में जसवंत सिंह ने बजट पेश करने में दो घंटे 13 मिनट का समय लिया था।
शब्दों के हिसाब मनमोहन सिंह के नाम सबसे लंबा बजट भाषण
पूर्व प्रधानमंत्री और नरसिंहा राव सरकार में वित्त मंत्री रह चुके मनमोहन सिंह के नाम शब्दों के हिसाब से सबसे लंबा बजट भाषण पढ़ने का रिकॉर्ड है। उनके भाषण में 18,177 शब्द थे। इसी साल (1991 में) भारत ने उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण का रास्ता चुना था।
अरुण जेटली ने बनाए थे ये रिकॉर्ड
पूर्व वित्त मंत्री और दिवंगत नेता अरुण जेटली के नाम दूसरा, तीसरा और चौथा सबसे लंबा बजट भाषण देने का रिकॉर्ड है। जेटली ने साल 2014, 2017 और 2016 में यह रिकॉर्ड बनाया था।
गले में तकलीफ होने के कारण पूरा बजट भाषण नहीं पढ़ सकीं
सीतारमण अस्वस्थ्य होने के कारण शनिवार को लोकसभा में बजट भाषण के कुछ पन्ने नहीं पढ़ सकीं। बजट भाषण पढ़ते समय तक उनकी तबियत कुछ खराब हुई तब उन्होंने तीन बार पानी पिया। हालांकि इससे कुछ फायदा नहीं हुआ। तब सदन में विपक्ष के सदस्यों ने उनसे बजट दस्तावेज सभापटल पर रखने का आग्रह किया। इस पर सीतारमण ने कहा कि सिर्फ दो पन्ने बचे हैं।
वित्त मंत्री ने दोबारा बजट पढ़ने का प्रयास किया लेकिन वे ठीक से नहीं पढ़ पा रही थीं। सदन में पास ही बैठे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से कुछ कहा। इसके बाद गडकरी ने टाफी निकाल कर सीतारमण को दी। लेकिन इसके बाद भी उन्हें बजट भाषण पढ़ने में परेशानी होने पर कुछ केंद्रीय मंत्रियों ने बजट दस्तावेज सभा पटल पर रखने का आग्रह किया। इसके बाद वित्त मंत्री ने लोकसभा अध्यक्ष की अनुमति से बजट भाषण सभा पटल पर रख दिया। बाद में वित्त मंत्री सीतारमण राज्यसभा गयीं और बजट से जुड़े कागजात सदन की पटल पर रखे।