कुमार विश्वास ने बताया कैसा होना चाहिए कल पेश होने वाले बजट का स्वरूप, दिया राम राज्य का अद्भुत उदाहरण!
By आदित्य द्विवेदी | Published: July 4, 2019 08:39 PM2019-07-04T20:39:59+5:302019-07-04T20:39:59+5:30
नेता और कवि कुमार विश्वास ने बजट 2019 की पूर्व संध्या पर राम राज्य की संकल्पना पेश की। उन्होंने उदाहरण के जरिए बताया कि बजट कैसा होना चाहिए।
वैश्विक स्तर पर नरमी और मानसून की चिंता के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट शुक्रवार को पेश करेंगी। बजट 2019 की पूर्व संध्या पर AAP के बागी नेता और कवि कुमार विश्वास ने एक वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में उन्होंने रामराज्य का उदाहरण देते हुए बजट की संकल्पना पेश की है। कुमार विश्वास ने कहा कि महात्मा गांधी ने 1930 में एक लेख के जरिए स्वराज और राम राज्य की बात कही थी।
कुमार ने कहा, 'एकबार राम ने भरत से कहा था कि हमें प्रजा से ऐसे कर लेना चाहिए जैसे सूरज लेता है। सूरज जब पानी सोखता है तो पता नहीं चलता लेकिन जब बरसता है तो सभी खुश होते हैं।' उन्होंने तुलसीदास का एक दोहा भी सुनाया,
बरसत हरषत सब लखैं, करषत लखै ना कोए
तुलसी प्रजा सोभाग से, भूप भानु सो होए।।
कुमार विश्वास ने बजट की संकल्पना को आगे बढ़ाते हुए कहा कि जिसके राज्य में प्रजा दुखी है ऐसा राजा नर्क का अधिकारी है। साथ ही उन्होंने कहा कि जो अमीर हैं उनपर ज्यादा कर लगाना चाहिए और गरीबों को कर से राहत मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अब कल देखते हैं कि कैसा बजट आने वाला है।
गौरतलब है कि वैश्विक स्तर पर नरमी और मानसून की चिंता के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण राजग सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट शुक्रवार को पेश करेंगी। बजट में राजकोषीय घाटे को काबू में रखने के साथ आर्थिक वृद्धि तथा रोजगार सृजन को गति देने पर सरकार का जोर रह सकता है। राजकोषीय स्थिति मजबूत करने के लिये कर दायरा बढ़ाने और अनुपालन बेहतर करने के इरादे से 10 करोड़ रुपये से ज्यादा कमाने वालों पर 40 प्रतिशत की एक नई दर से कर लगाया जा सकता है।
नौकरीपेशा लोगों के लिये महत्वपूर्ण आयकर के मोर्चे पर कर स्लैब में बदलाव की उम्मीद की जा रही है। 2019-20 के अंतरिम बजट में 5 लाख रुपये तक की आय पर कर छूट देने की घोषणा की गयी थी। फिलहाल 2.5 लाख रुपये से 5 लाख रुपये की आय पर 5 प्रतिशत, 5 लाख रुपये से 10 लाख रुपये तक की आय पर 20 प्रतिशत और 10 लाख रुपये से ऊपर आय पर कर की दर 30 प्रतिशत है। यह बजट वैश्विक आर्थिक नरमी और मौसम विभाग के देश के कुछ भागों में बारिश सामान्य से कम रहने की आशंकाओं के बीच आ रहा है।