योगी सरकार ने दिया BSP से निलंबित MLA अनिल को ये रिटर्न गिफ्ट, राज्यसभा चुनाव में की थी क्रॉस वोटिंग
By रामदीप मिश्रा | Published: March 27, 2018 03:13 AM2018-03-27T03:13:22+5:302018-03-27T03:13:22+5:30
23 मार्च को हुए राज्यसभा चुनाव के मतदान में बीएसपी का अनिल सिंह ने खेल खराब कर दिया था। इसके बाद उन्होंने दो दिन पहले सीएम योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में मुलाकात की और अपनी जान को खतरा बताया।
लखनऊ, 27 मार्चः उत्तर प्रदेश की योगी आदित्य नाथ सरकार और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) इस समय बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) से निलंबित विधायक अनिल सिंह से काफी खुश नजर आ रही है। राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद यूपी की योगी सरकार ने उन्हें रिटर्न गिफ्ट दिया है। सरकार ने उन्नाव के पुरवा से विधायक अनिल को वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है।
आपको बता दें कि 23 मार्च को हुए राज्यसभा चुनाव के मतदान में बीएसपी का अनिल सिंह ने खेल खराब कर दिया था। इसके बाद उन्होंने दो दिन पहले सीएम योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में मुलाकात की और अपनी जान को खतरा बताया। इसी को देखते हुए योगी सरकार ने अनिल को वाई श्रेणी की सुरक्षा देने के आदेश जारी कर दिए।
राज्यसभा के चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने के मामले में बसपा सुप्रीमो मायावती ने विधायक अनिल सिंह के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए पार्टी से निलंबित कर दिया था। सबसे बड़ी बात यह रही कि जो पार्टी दूसरी पार्टी से गठबंधन कर एक-एक वोट का इंतजाम कर रही थी उसी के अपने विधायक ने प्रतिद्वंद्वी पार्टी के उम्मीदवार को वोट दिया। माना जा रहा था कि बसपा से तो कम से कम कोई नहीं टूटेगा, क्योंकि उनके पास कुल 19 विधायक ही हैं, लेकिन अनिल सिंह ने इस मान्यता को तोड़ते हुए प्रतिद्वंद्वी पार्टी को वोट किया।
उत्तर प्रदेश की राज्यसभा सीटों से भाजपा उम्मीदवार अरूण जेटली, डॉक्टर अशोक बाजपेयी, विजयपाल सिंह तोमर, सकलदीप राजभर, कांता कर्दम, डॉक्टर अनिल जैन, जीवीएल नरसिम्हा राव, हरनाथ सिंह यादव तथा अनिल कुमार अग्रवाल विजयी करार दिये गये। अग्रवाल ने द्वितीय वरीयता वाले मतों के आधार पर बाजी मारी। सपा की जया बच्चन चुनाव जीतीं, जबकि बसपा के भीमराव आंबेडकर को निराशा हाथ लगी। कुछ दिन पहले सपा और बसपा की संयुक्त ताकत के आगे भाजपा गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव हार गई थी।