Budget 2022 को BSE एमडी ने बताया बेहद संतुलित, जानिए नीति आयोग के सीईओ ने क्या कहा
By मनाली रस्तोगी | Published: February 1, 2022 03:03 PM2022-02-01T15:03:00+5:302022-02-01T15:05:37+5:30
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज संसद में बजट पेश किया। वहीं, इस बजट को लेकर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के मैनेजिंग डायरेक्टर आशीष कुमार चौहान व नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत का बयान सामने आया है। चौहान ने इस बार के बजट को बेहद संतुलित बताया है। वहीं, जानिए कि नीति आयोग के सीईओ ने क्या कहा।
नई दिल्ली: बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर आशीष कुमार चौहान ने मंगलवार को पेश हुए बजट को बेहद संतुलित बताया। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा कि इस बार का बजट विकास-उन्मुख नीतियों के लिए खर्च को बढ़ावा देता है जो रोजगार पैदा करते हैं, विनिर्माण को बढ़ावा देते हैं, कृषि-अर्थव्यवस्था और बुनियादी ढांचे के निर्माण में भी मदद कर रहा है। उन्होंने ये भी कहा कि संक्षेप में कहे तो इस बजट की पहचान शॉर्ट टर्म बूस्ट और लॉन्ग टर्म स्ट्रक्चरल जोर का मिश्रण है।
Budget is very balanced. It boosts spending towards growth-oriented policies that create jobs, boost manufacturing, help agri-economy & infrastructure creation. In short, a mix of short-term boost & long-term structural emphasis is hallmark of this Budget: BSE MD Ashish Chauhan pic.twitter.com/1qfmbyx1xv
— ANI (@ANI) February 1, 2022
बता दें कि आज यानि एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में अपना चौथा बजट पेश किया। वहीं, इस बजट को लेकर नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत का बयान भी सामने आया है। बजट 2022 को लेकर उनका कहना है कि इसने शहरीकरण और MSME पर बहुत फोकस किया है, MSME की क्रेडिट गारंटी स्कीम को 4.5 लाख करोड़ से बढ़ाकर 5 लाख करोड़ कर दिया गया है। पर्यटन क्षेत्र पर बहुत फोकस किया गया है।
इस बजट ने शहरीकरण और MSME पर बहुत फोकस किया है, MSME की क्रेडिट गारंटी स्कीम को 4.5 लाख करोड़ से बढ़ाकर 5 लाख करोड़ कर दिया गया है। पर्यटन क्षेत्र पर बहुत फोकस किया गया है: अमिताभ कांत, नीति आयोग के CEO #Budget2022
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 1, 2022
अपनी बात को जारी रखते हुए उन्होंने आगे कहा कि ये बहुत ही प्रगतिशील बजट है, ये पिछले साल के बजट की निरंतरता में है। इस बजट से भारत की लंबे समय तक ग्रोथ होगी, इसकी खासियत ये है कि ये पूंजीगत व्यय पर फोकस करता है। पिछले साल 5.54 लाख करोड़ दिए गए थे इसे बढ़ाकर 7.5 लाख करोड़ कर दिया गया है।