पटना: बीपीएससी की 70वीं संयुक्त परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर पटना में जारी बीपीएससी अभ्यर्थियों के धरना-प्रदर्शन के बाद मचे हंगामे के बीच सोमवार को करीब 10 अभ्यर्थियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने बिहार के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा से मुलाकात की है। मुख्य सचिव से मुलाकात के दौरान अभ्यर्थियों ने अपनी मांगें रखीं। वहीं मुख्य सचिव से मुलाकात के बाद अभ्यर्थियों ने कहा कि यह वार्ता सकारात्मक रही। लेकिन अपनी मांग पर वो अभी कायम रहेंगे। उनका मुख्य उद्देश्य बीपीएससी 70वीं पीटी परीक्षा को फिर से करवाना है।
अभ्यर्थियों ने मुख्य सचिव से मुलाकात के बाद कहा कि मुलाकात के दौरान उन्होंने 66 वीं परीक्षा का जिक्र किया है और बताया कि औरंगाबाद में दोबारा परीक्षा हुआ था। इसके अलावा अनियमितता को लेकर 24 घंटे में सीसीटीवी जांच करवाने की भी बात कही गई है। इसके अलावा अभ्यर्थियों ने जब मुख्यमंत्री से मुलाकात की बात कही तो उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात कराने की कोशिश करेंगे। आरके मिश्रा ने कहा कि मुख्य सचिव ने सभी की मांग सुनी है। उनकी हर बातों को सुनकर नोट किया गया है।
उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस बारे में चर्चा करने की बात कही है। इसके अलावा जो प्राथमिकी दर्ज की की गई है, उसमें गिरफ्तारी न हो इसको लेकर उन्होंने भरोसा दिया है। आरके मिश्रा ने कहा कि सकारात्मक परिणाम के लिए एक रास्ता खुला है। हालांकि सकारात्मक बातचीत हुई है। उन्होंने हमारी बातों को बहुत ही गंभीरता से सुना है। अभ्यर्थियों ने बताया कि मुख्य सचिव ने आश्वासन दिया है कि सरकार उनकी मांगों पर विचार कर रही है और जल्द ही फैसला लेगी। मुख्य सचिव से बातचीत हो गई है और अब फैसला सरकार को करना है।
वहीं दूसरी ओर राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने बीपीएससी के अध्यक्ष परमार रवि मनुभाई को राजभवन बुलाकर बातचीत की है। इस मुलाकात में उन्होंने राज्यपाल को पूरी स्थिति से कराया है। सूत्रों के मुताबिक मुलाकात के दौरान उन्होंने राज्यपाल को बताया कि आयोग अभी भी दोबारा परीक्षा कराने के लिए बिल्कुल तैयार नहीं है। मुलाकात के बाद बीपीएससी के अध्यक्ष जब राजभवन से निकले तो उन्होंने मीडिया के किसी सवाल का जवाब नहीं दिया।