भाजपा ने बिजली उपभोक्ताओं को कोई राहत नहीं दिये जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी
By भाषा | Published: November 20, 2020 05:25 PM2020-11-20T17:25:57+5:302020-11-20T17:25:57+5:30
नागपुर, 20 नवम्बर भाजपा नेता एवं महाराष्ट्र के पूर्व ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि यदि उपभोक्ताओं को कोई राहत नहीं दी गई तो 23 नवंबर को राज्य भर में बिजली के बिल जलाए जाएंगे।
उपभोक्ताओं द्वारा महामारी के बीच बिजली के अधिक बिल आने की शिकायत किये जाने के बीच महाराष्ट्र में विपक्षी दलों ने मांग की है कि शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस सरकार भुगतान में रियायत दे।
बावनकुले ने यहां कहा, ‘‘जो लोग रोजाना 300 यूनिट तक बिजली का उपयोग करते हैं, उन्हें मार्च से जून की अवधि के लिए बिल भुगतान से छूट मिलनी चाहिए। अपनी मांग के लिए पार्टी 23 नवंबर को बिल जलाने का विरोध प्रदर्शन करेगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लोगों ने (लॉकडाउन के कारण) नौकरियां खोई हैं....बिजली के कई उपभोक्ताओं को बढ़े हुए बिल मिले हैं। सरकार को इन बिलों को सही करना चाहिए।’’
ऊर्जा मंत्री नितिन राउत के इस आरोप पर कि पूर्ववर्ती भाजपा नीत सरकार ने बिजली कंपनियों के बकाया नहीं वसूला, बावनकुले ने कहा कि वह किसानों को राहत देना चाहती थी।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा सरकार ने 45 लाख किसानों के बिजली बिलों की वसूली पर आगे नहीं बढ़ी क्योंकि वे संकट में थे.... हमने कोई भी बिजली कनेक्शन को नहीं काटा।’’
भाजपा नेता ने आरोप लगाया, ‘‘लेकिन मौजूदा सरकार गरीबों के बिल माफ करने के अपने वादे को पूरा करने में विफल रहने से ध्यान हटाने के लिए इस मुद्दे को उठा रही है।’’
इससे पहले दिन में, पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया था कि भाजपा के शासनकाल में तीन राज्य संचालित बिजली कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया।
भाजपा के वरिष्ठ नेता फडणवीस ने कहा, ‘‘हमने बहुत सस्ती दर पर बिजली खरीदी ... हमने गरीबों और किसानों को रियायत दी।’’
ऊर्जा मंत्री राउत ने इस सप्ताह कहा था कि सरकार बिजली बिलों में कोई राहत नहीं दे पाएगी। उन्होंने कहा था राज्य की बिजली कंपनियों को भारी नुकसान हो रहा है और यह पिछली भाजपा सरकार के कारण है।
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