पटनाः तेलगांना के मुख्यमंत्री केसीआर के द्वारा रैली में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नहीं बुलाये जाने पर तंज कसते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा. संजय जायसवाल ने कहा कि नीतीश कुमार भाजपा से इसलिए अलग हुए क्योंकि वे प्रधानमंत्री बनना चाहते थे। लेकिन भाजपा में उसके लिए कोई वैकेंसी नहीं थी।
पूरा देश नरेंद्र मोदी को एक बार फिर प्रधानमंत्री बनना देखना चाहता है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने कुछ समय पहले यह घोषणा की थी कि 2025 में बिहार विधानसभा चुनाव तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। एक तरह से कहा जाए तो नीतीश कुमार ने यह साफ कर दिया था कि 2025 तक वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बने रहेंगे।
डा. जायसवाल ने कहा कि अब नीतीश कुमार के इस घोषणा को लेकर पीछे की असली हकीकत भी सामने आ गई है। उन्होंने कहा कि नीतीश पूरी तरह से निराश हो चुके हैं कि उनको कोई नेता मानने को तैयार नहीं है। अब उनको 2 महीने में ही समझ में आ गया तब उनको विरोधी दल में भी कोई पूछने वाला नहीं है।
जिसके बाद उन्हें लगने लग गया है कि अगर अभी तेजस्वी को मुख्यमंत्री बना दिया तो दिल्ली की कुर्सी भी चली जाएगी और बिहार की भी। यही कारण है कि उन्होंने खुद को 2025 तक अपने भतीजे को पीठ पर सवार होकर वह सत्ता में बने रहना चाहते हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि नीतीश कुमार अपने अलमारी में दो रंग के कपड़े रखते हैं एक हरे रंग का और एक केसरिया रंग का।
समय के अनुसार वे कपड़ा बदलने का भी काम करते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा का साथ जाना हो तो केसरिया और राजद के साथ जाना हो तो हरा रंग का कपड़ा पहन लेतें हैं। पर अब वे भारतीय राजनीति में आप्रसंगिक हो गए हैं, क्योंकि अब भाजपा का विरोध करने वाले नेता भी उनको अपनी रैली में नहीं बुला रहे हैं। जिसका नतीजा है कि केसीआर ने नीतीश की मुहिम की हवा निकाल दी। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार आज के समय में केवल इसलिए यात्रा कर रहे हैं क्योंकि उन्हें कोई पूछ नहीं रहा है।