तमिलनाडु बीजेपी ने पेरियार की पुण्यतिथि पर किया आपत्तिजनक ट्वीट, विवाद होने पर किया डिलीट
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 24, 2019 07:47 PM2019-12-24T19:47:42+5:302019-12-24T19:56:34+5:30
तमिलनाडु बीजेपी ने पेरियार पर किये ट्वीट पर विवाद होने के बाद इसे डिलीट कर दिया। पेरियार को द्रविड़ आंदोलन का प्रणेता माना जाता है।
मंगलवार को बीजेपी तमिलनाडु के ईवी रामास्वामी 'पेरियार' से जुड़े ट्वीट को लेकर विवाद हो गया। बीजेपी ने पेरियार के 46वीं पुण्यतिथि पर एक ट्वीट किया जिसे लेकर कइयों ने एतराज जताया।
बीजेपी ने ट्वीट किया था, "आज मनीअम्माई के पिता पेरियार की पुण्यतिथि है। आइए हम उन सभी के लिए मृत्युदंड का समर्थन करें जो बच्चों कौ यौन शौषण करते हैं और हम शपथ लें कि Posco आरोपियों से मुक्त समाज बनाएंगे।"
पेरियार ने 1948 में 69 साल की उम्र में 31 वर्षीय मनीअम्माई से शादी की थी। पेरियार की पहली पत्नी नगाम्माई का 1933 में निधन हो गया था। पेरियार को द्रविड़ आंदोलन का प्रणेता माना जाता है।
डीएमके नेता कनिमोई ने बीजेपी के ट्वीट की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि पेरियार ने ऐसा समाज बनाने के लिए अथक परिश्रम किया जिसमें महिला अधिकारों को बढ़ावा मिले। कनिमोई ने कहा कि महिला अधिकारों और सभ्यता से महरूम बीजेपी द्वारा किये गये ऐसे कमेंट कॉमन हो चुके हैं।
विवाद होने के बाद बीजेपी तमिलनाडु के ट्विटर हैंडल ने यह तस्वीर डिलीट कर दी।
डीएमके, एआईएडीएमके ने की आलोचना
डीएमके नेता एम स्टालिन ने भी बीजेपी के इस ट्वीट की आलोचना की। स्टालिन ने कहा, 'बीजेपी ने पेरियार के बारे में अपमानजनक ट्वीट किया और बाद में डिलीट कर दिया। पेरियार से उन्हें डरना चाहिए। मौत के बाद भी पेरियार उन्हें डराते हैं।'
वहीं एमडीएमके नेता वाइको ने बीजेपी के ट्वीट की आलोचना करते हुए कहा, 'बीजेपी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ऐसा ट्वीट किया जिसे मैं खुले में बोल भी नहीं सकता।'
Looks like the BJP loves digging it's own grave in TN. You think you will have a cake walk despite such obnoxious tweets that richly goes against popular sentiment of the state?
— G. Sundarrajan (@SundarrajanG) December 24, 2019
In that case, get well soon!@BJP4TamilNadu@BJP4India#Periyarpic.twitter.com/0lseJMotcl
बीजेपी समर्थक दलों एआईएडीएमके और पीएमके ने भी बीजेपी के इस ट्वीट की आलोचना की।
पेरियार तमिल राजनीति के सबसे बड़े नेताओं में शुमार होते हैं। तमिलनाडु के कई पूर्व मुख्यमंत्री पेरियार को अपना गुरु बताते रहे हैं।