मुख्यमंत्री पद के बंटवारे पर BJP चर्चा के लिए तैयार! शिवसेना ने लिखित प्रस्ताव मांगा, मुनगंटीवार बोले-जल्द मिलेगी 'अच्छी खबर'
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: November 6, 2019 08:25 AM2019-11-06T08:25:51+5:302019-11-06T08:25:51+5:30
शिवसेना सांसद संजय राऊत ने कहा कि यदि भाजपा की ओर से लिखित में प्रस्ताव आया तो पार्टी चर्चा कर सकती है.
राज्य में जारी राजनीतिक गतिरोध के बीच भाजपा ने शिवसेना के साथ 'किसी भी मुद्दे पर' बातचीत करने के लिए अपनी तैयारी दर्शाई, वहीं शिवसेना ने कहा है कि भाजपा यदि लिखित प्रस्ताव दे, तो चर्चा की जा सकती है. वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने आज यहां कहा कि दीपावली की वजह से बातचीत नहीं हो पाई थी और यदि शिवसेना को हमारा प्रस्ताव नहीं मिला हो, तो हम उन्हें फिर से प्रस्ताव देते हैं. जब उनसे पूछा गया कि क्या 'मुख्यमंत्री पद के बंटवारे' पर चर्चा होगी, तो उन्होंने कहा, ''पहले चर्चा होनी चाहिए. हर पहलू पर बात हो सकती है.'' मुनगंटीवार ने दावा किया कि किसी भी समय 'अच्छी खबर' मिल सकती है.
उधर, शिवसेना सांसद संजय राऊत ने कहा कि यदि भाजपा की ओर से लिखित में प्रस्ताव आया तो पार्टी चर्चा कर सकती है. राऊत ने कहा, ''भाजपा ने चर्चा की बात कर समझदारी दिखाई है. पहले युति में जो कुछ तय हुआ है, वह लिखित में दिया जाए तो चर्चा शुरू हो सकती है. हम अपनी बात पर कायम हैं कि ढाई साल के लिए शिवसेना का मुख्यमंत्री होगा. हम भाजपा से मुख्यमंत्री पद साझा करने को लेकर लिखित आश्वासन चाहते हैं.''
उन्होंने कहा, ''यदि चर्चा की तैयारी पहले ही दर्शाई गई होती, तो अब तक सरकार का गठन हो गया होता.'' इससे पहले, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के निवास 'वर्षा' पर लगभग दो घंटे तक भाजपा की कोर कमेटी की बैठक हुई, जिसमें ताजा हालात पर मंथन किया गया. बैठक में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल, सुधीर मुनगंटीवार, गिरीश महाजन, विनोद तावड़े और पंकजा मुंडे समेत तमाम आला नेता मौजूद थे.
शिवसेना के प्रस्ताव का इंतजार : पाटिल
बैठक के बाद पत्रकारों के साथ चर्चा में चंद्रकांत पाटिल ने उम्मीद जताई कि सरकार बनाने में आ रही दिक्कतों को जल्द ही दूर कर लिया जाएगा. देवेंद्र फड़नवीस के नेतृत्व में महायुति की सरकार बनेगी. शिवसेना की ओर से अब तक कोई प्रस्ताव नहीं आया है. हमें उनके प्रस्ताव का इंतजार है. भाजपा के द्वार खुले हुए हैं.
आज गडकरी के जरिए होगी बातचीत!
सूत्रों ने बताया कि शिवसेना के साथ चर्चा के लिए भाजपा की ओर से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को आगे किया जा सकता है. बुधवार को गडकरी चर्चा के लिए मुंबई आएंगे. ऐसी उम्मीद है कि गडकरी न सिर्फ भाजपा का प्रस्ताव रखेंगे, बल्कि शिवसेना के नेताओं को समझाने का भी प्रयास करेंगे.
दुष्यंत की कविता ट्वीट कर राऊत बोले : न्याय की खातिर लड़ाई में हम ही जीतेंगे
शिवसेना सांसद संजय राऊत ने आज कहा कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री उनकी पार्टी से ही होगा. राऊत ने कहा, ''महाराष्ट्र की राजनीति बदल रही है. न्याय की खातिर लड़ाई में हमारी पार्टी की ही जीत होगी.'' इस बयान से पहले राऊत ने भाजपा को संदेश देने के लिए हिंदी के मशहूर कवि दुष्यंत कुमार की कविता की पंक्तियों का सहारा लिया.
उन्होंने ट्वीट किया, ''सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं, मेरी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए...'' उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी महाराष्ट्र में राजनीति का चेहरा बदलना चाहती है. हम सिर्फ हंगामा खड़ा नहीं कर रहे हैं. शिवसेना को ज्यादा अहमियत मिल रही है, क्योंकि हमें निर्दलीयों से और अधिक समर्थन मिल रहा है.
शरद पवार नहीं बनेंगे मुख्यमंत्री
संजय राऊत ने राकांपा अध्यक्ष शरद पवार के मुख्यमंत्री बनने के सवाल पर कहा कि महाराष्ट्र के बारे में फैसला महाराष्ट्र में ही लिया जाएगा, मुख्यमंत्री शिवसेना से ही होगा. राकांपा की ओर दोस्ती का हाथ बढ़ाने की खबरों के बीच उन्होंने कहा कि शरद पवार राज्य के अगले मुख्यमंत्री नहीं होंगे.
...तो हम विकल्प पर विचार करने के लिए बाध्य होंगे : एनसीपी
एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने आज कहा कि राज्य में यदि भाजपा और शिवसेना गठबंधन सरकार बनाने में असफल हो जाता है तो उनकी पार्टी किसी विकल्प पर विचार करने के लिए बाध्य होगी. पाटिल ने कहा, ''राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि लोग इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे.''