CAA का विरोध कर रहे दल जिन्ना के द्विराष्ट्रवाद के हिमायती हैं: BJP नेता वीरेंद्र सिंह ‘मस्त’
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 6, 2020 03:31 PM2020-01-06T15:31:43+5:302020-01-06T15:31:43+5:30
सिंह ने सीएए को लेकर जनजागरण अभियान की शुरुआत के अवसर पर रविवार को कहा कि केरल में संविधान का मखौल उड़ाया गया है और यह राष्ट्र द्रोह की परिधि में आता है। उन्होंने कहा कि संसद से पारित और राष्ट्रपति से हस्ताक्षरित कानून का सभी को सम्मान करना चाहिए।
भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद वीरेंद्र सिंह 'मस्त' ने केरल विधानसभा में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ पारित प्रस्ताव को संविधान का मखौल करार देते हुए कहा है कि इस कानून का विरोध कर रहे दल मोहम्मद अली जिन्ना के द्विराष्ट्रवाद के सिद्धांत के हिमायती हैं।
सिंह ने सीएए को लेकर जनजागरण अभियान की शुरुआत के अवसर पर रविवार को कहा कि केरल में संविधान का मखौल उड़ाया गया है और यह राष्ट्र द्रोह की परिधि में आता है। उन्होंने कहा कि संसद से पारित और राष्ट्रपति से हस्ताक्षरित कानून का सभी को सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो लोग इस कानून का विरोध कर रहे हैं, वे मोहम्मद जिन्ना के द्विराष्ट्रवाद के सिद्धांत का समर्थन कर रहे हैं।
सिंह ने देश के बंटवारे के लिए जवाहर लाल नेहरू और मोहम्मद जिन्ना को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि ‘‘प्रधानमंत्री बनने की इन दोनों की जिद’’ के कारण ही देश का बंटवारा हुआ था। उन्होंने कहा कि देश का बंटवारा धर्म के आधार पर ही हुआ था तथा कांग्रेस की गलत नीतियों के कारण नेताजी सुभाष चंद्र बोस और पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी को कांग्रेस से अलग होना पड़ा।
सिंह ने दावा किया कि आजादी मिलने के पूर्व जो भाषा मोहम्मद जिन्ना बोलते रहे हैं, आज वही भाषा कांग्रेस और विपक्ष बोल रहा है।