भाजपा सांसद राकेश सिन्हा ने कहा, "रामप्रसाद बिस्मिल, अश्फ़ाक उल्लाह खान ने अंग्रेजों से मांगी थी माफी", सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, "भाजपाइयों बेशर्मी की हद है"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: November 20, 2022 08:14 PM2022-11-20T20:14:48+5:302022-11-20T20:23:12+5:30
भाजपा सांसद राकेश सिन्हा ने टीवी बहस में वीर सावरकर द्वारा अंग्रेजों से मांगे गये माफी का बचाव करते हुए कहा कि रामप्रसाद बिस्मिल और अश्फाक उल्लाह खान ने भी अंग्रेजों से मापी मांगी थी। कांग्रेस ने राकेश सिन्हा के बयान की तीखी निंदा की है।
दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने एक टीवी चैनल पर बहस करते हुए वीर सावरकर द्वारा अंग्रेजों से माफी मांगे जाने वाले मुद्दे पर क्रांतिकारी रामप्रसाद बिस्मिल, अश्फाक उल्लहा खान और श्री अरविंद के विषय में ऐसी बात कह दी, जो ठीक उसी तरह के विवाद को जन्म दे रही है, जैसे की भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने शिवाजी महाराज के बारे में कहकर पैदा कर चुके हैं।
भाजपा सासंद राकेश सिन्हा ने टीवी बहस में वीर सावरकर द्वारा अंग्रेजों से मांगे गये माफी का बचाव करते हुए कहा, "रामप्रसाद बिस्मिल और अश्फाक उल्लाह खान जब जेल में बंद थे और अंग्रेजों ने उन्हें फांसी की सजा दे दी थी तो उन्होंने वायसराय के पास, हाईकोर्ट में और उस समय के फेडरल कोर्ट में दया याचिका भेजी और उनके समर्थन में मदन मोहन मालवीय ने परिषद बनारस के बुद्धिजीवियों के साथ वायसराय को पिटिशन भेजा और उस पिटिशन में रामप्रसाद बिस्मिल जी ने लिखा कि हमने जो भी क्रांतिकारी गतिविधियां की थीं, वो गलत थीं। अब हम ऐसा नहीं करेंगे, उनकी आत्मकथा में उपलब्ध है। क्या हम मान लें रामप्रसाद बिल्मिल गद्दार थे? महर्षि अरविंद पांडिचेरी चले गये, सारी राजनीतिक गतिविधियों को त्य़ाग दिया..."
कांग्रेस पार्टी ने सांसद राकेश सिन्हा के इस बयान का कड़ा विरोध किया है। कांग्रेस की ओर से प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने राकेश सिन्हा के टीवी बहस के द्वारा बोले गये अंश को साझा करते हुए ट्वीट किया और कहा, "कल भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने शिवाजी का अपमान किया। आज राकेश सिन्हा - रामप्रसाद बिसमिल और अश्फ़ाक उल्लाह खान का तिरस्कार कर रहे हैं। भाजपाईयों बेशर्मी की हद है, जिस आज़ादी के वक्त आप माफ़ीनामे लिख रहे थे उसके नायकों को अब बेइज़्ज़त कर रहे हैं? मोदी जी कुछ बोलेंगे?"
कल BJP सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने शिवाजी का अपमान किया
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) November 20, 2022
आज राकेश सिन्हा - रामप्रसाद बिसमिल और अश्फ़ाक उल्लाह खान का तिरस्कार कर रहे हैं
भाजपाईयों बेशर्मी की हद है, जिस आज़ादी के वक्त आप माफ़ीनामे लिख रहे थे उसके नायकों को अब बेइज़्ज़त कर रहे हैं? मोदी जी कुछ बोलेंगे? pic.twitter.com/yCw1xEaFtI
मालूम हो कि भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने भी राकेश सिन्हा की तरह एक टीवी डिबेट के दौरान कहा था कि शिवाजी ने भी औरंगजेब से पांच बार माफी मांगी थी। जिसके बाद से महाराष्ट्र कि सियासत में काफी बवाल हो रहा है। दरअसल इस पूरे प्रकरण की शुरूआत राहुल गांधी द्वारा भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हुई। जब राहुल गांधी ने महाराष्ट्र में प्रेस कांफ्रेस करके कथिततौर से पत्रकारों को वह दस्तावेज दिखाए, जिसमें अंग्रेजो द्वारा मिले काला पानी की सजा काट रहे विनायक दामोदर सावरकर ने अपनी सजा को माफ करने के लिए लिखी थी। इतना ही नहीं राहुल गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि वीर सावरकर ने अंग्रेजों से पेंशन भी प्राप्त की थी।
राहुल गांधी के बयान पर हमला करते हुए वीर सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने विवाद में देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को घसीट लिया और बेहद गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, "पंडित नेहरू ने एक महिला के लिए देश का बंटवारा किया था। पंडित नेहरू को हनीट्रैप में फंसाकर देश का बंटवारा किया था और 12 साल तक नेहरू ब्रिटिश सरकार को भारत की गुप्त जानकारी देते रहे थे।"