यूपी विधानसभा उपाध्यक्ष चुनावः बीजेपी से नितिन अग्रवाल ने दाखिल किया नामांकन पत्र, सपा के नरेंद्र सिंह वर्मा से टक्कर
By सतीश कुमार सिंह | Updated: October 17, 2021 15:08 IST2021-10-17T14:00:31+5:302021-10-17T15:08:52+5:30
उत्तर प्रदेश विधानसभा उपाध्यक्ष पद के चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) ने सीतापुर जिले के महमूदाबाद क्षेत्र के विधायक नरेंद्र सिंह वर्मा को प्रत्याशी घोषित किया है।

यूपी विधानसभा के डिप्टी स्पीकर पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया।
लखनऊः बीजेपी नेता नितिन अग्रवाल ने लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में यूपी विधानसभा के डिप्टी स्पीकर पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। राज्य विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप दुबे ने बताया कि मतदान सोमवार को होगा।
उत्तर प्रदेश विधानसभा उपाध्यक्ष पद के चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) के घोषित उम्मीदवार नरेंद्र सिंह वर्मा और पार्टी के बागी विधायक नितिन अग्रवाल ने रविवार को अपना-अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। उल्लेखनीय है कि परंपरागत तौर पर मुख्य विपक्षी दल के विधायक को ही विधान सभा उपाध्यक्ष बनाया जाता रहा है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने सपा के बागी विधायक नितिन अग्रवाल को समर्थन दिया है। नितिन अग्रवाल के पिता एवं पूर्व सांसद नरेश अग्रवाल 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हो गये थे।
BJP leader Nitin Agarwal files his nomination for the deputy speaker post of UP assembly in presence of CM Yogi Adityanath in Lucknow pic.twitter.com/i6uQgiRH2Y
— ANI UP (@ANINewsUP) October 17, 2021
दोनों उम्मीदवारों ने अपना नामांकन पत्र रविवार को विधान भवन में दाखिल किया। नितिन अग्रवाल द्वारा नामांकन पत्र दाखिल करने के समय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के अलावा नरेश अग्रवाल भी मौजूद थे। नितिन ने बताया कि '' मैंने चार सेट नामांकन पत्र दाखिल किया है और जिन लोगों ने मेरा नाम प्रस्तावित किया है, उनमें राकेश सिंह (हरचंदपुर से कांग्रेस विधायक), अनिल सिंह (पुरवा से बहुजन समाज पार्टी विधायक), संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना, श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, राज्य मंत्री छत्रपाल सिंह गंगवार, और विधायक राजपाल वर्मा शामिल हैं।’’
उत्तर प्रदेश में विधानसभा उपाध्यक्ष का चुनाव 14 वर्षों बाद हो रहा है। भाजपा के राजेश अग्रवाल को इस पद के लिए जुलाई 2004 में निर्विरोध चुना गया था और उनका कार्यकाल मई 2007 तक था। इसके बाद, विधानसभा उपाध्यक्ष का चुनाव नहीं हुआ था।
हरदोई के विधायक नितिन अग्रवाल ने अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद कहा कि विधानसभा का उपाध्यक्ष चुने जाने के बाद वह संविधान के प्रावधानों के अनुसार अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि औपचारिक रूप से भाजपा में उनका शामिल होना अभी बाकी है।
वहीं, नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद सपा के घोषित उम्मीदवार नरेंद्र सिंह वर्मा ने पत्रकारों से कहा,'' मैं सपा का उम्मीदवार हूं और परंपरा के अनुसार विधानसभा उपाध्यक्ष का पद मुख्य विपक्षी दल को मिलता है, इसलिए यह हमे मिलना चाहिए।''
नितिन अग्रवाल के संबंध में उन्होंने कहा कि वह हमारे छोटे भाई हैं, वह सपा के टिकट पर चुनाव जीते और चुनाव जीतने के बाद उन्होंने सपा के खिलाफ काम करना शुरू कर दिया। वर्मा ने आरोप लगाया कि परंपरा के अनुसार यह पद विपक्ष को मिलना चाहिए, लेकिन भाजपा संसदीय परंपराओं को तोड़ रही है। हमें सत्तारूढ़ दल से कोई उम्मीद नहीं है।
वर्मा के नामांकन दाखिल करने के समय नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी भी मौजूद थे। उप्र विधानसभा की वेबसाइट के मुताबिक इस समय सदन में भाजपा के 304, सपा के 49, बसपा के 16, अपना दल के नौ, कांग्रेस के सात, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के चार और तीन निर्दलीय, दो असंबद्ध सदस्य, राष्ट्रीय लोकदल के एक और निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल के एक सदस्य हैं।