जिला पंचायत सदस्यों को डरा-धमकाकर अपना अध्यक्ष बनाने के लिए मजबूर कर रही भाजपा : अखिलेश यादव
By भाषा | Published: June 18, 2021 05:44 PM2021-06-18T17:44:52+5:302021-06-18T17:44:52+5:30
लखनऊ, 18 जून समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर पंचायत चुनाव में सरकारी तंत्र का दबाव डालकर पंचायत सदस्यों को डरा-धमका कर अपने पक्ष में मतदान करने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है।
सपा मुख्यालय से शुक्रवार को जारी बयान में सपा प्रमुख ने कहा, ''भाजपा पंचायत चुनावों में हार से बुरी तरह बौखलाई हुई है और संख्या बल न होते हुए भी अपने अध्यक्ष बनाने के लिए व्याकुल पार्टी नेतृत्व सरकारी तंत्र का दबाव डालते हुए पंचायत सदस्यों को डरा धमकाकर अपने पक्ष में मतदान के लिए मजबूर कर रहा है।’’
अखिलेश ने कहा, ‘‘सत्ता का यह घोर दुरूपयोग है और भाजपा सरकार की इन दमनकारी नीतियों से लोकतंत्र खतरे में है।''
राज्य के सभी जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव घोषित हो चुका है और तीन जुलाई को मतदान होना है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि औरैया, मैनपुरी, फिरोजाबाद, एटा, हापुड़, सिद्धार्थनगर, रामपुर, गोरखपुर, फर्रुखाबाद आदि जिलों में सत्ता दल खुलकर समाजवादी पार्टी के निर्वाचित जिला पंचायत सदस्यों और समर्थित जिला पंचायत सदस्यों को उत्पीड़न का शिकार बना रहा है। उन्होंने कहा कि हद तो यह है कि सरकारी तंत्र द्वारा पंचायत सदस्यों के परिवारजनों को भी तरह-तरह से परेशान किया जा रहा है। यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने पिछले दिनों पुलिस महानिदेशक से भी इसकी शिकायत की थी पर नतीजा अभी आना बाकी है।
उन्होंने यह भी दावा किया कि सत्ताधारियों के इशारे पर विपक्षी जिला पंचायत सदस्यों का प्रशासन उत्पीड़न कर रहा है और कभी वाहन चेकिंग तो कभी बिजली चेकिंग के बहाने परेशान किया जा रहा है, जिला पंचायत सदस्यों के पतियों का भी उत्पीड़न किया जा रहा है और उनके घरों में दबिश दी जा रही है। उन्होंने गोरखपुर, रामपुर और औरैया समेत कई जिलों में हुई घटनाओं के उदाहरण भी दिये।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार अपने प्रशासन और पुलिस के दम पर जिला पंचायत सदस्यों पर दबाव बनाकर अगर धनबल से अपने जिला पंचायत अध्यक्षों को बनवाना चाहती है तो उसे जनता के भारी आक्रोश का सामना करना पड़ेगा।
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