पटना:बिहार में एनडीए की ओर से मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर विपक्ष के द्वारा उठाए जा रहे सवालों के बीच बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने दिल्ली में मीडिया से बातचीत करते हुए दो टूक अंदाज में कहा कि एनडीए गठबंधन में बिहार चुनाव को लेकर कोई भ्रम नहीं है। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही नेता हैं और आगे भी रहेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चेहरों पर ही एनडीए गठबंधन विधानसभा चुनाव लड़ेगा। सम्राट चौधरी ने ये भी कहा कि साल 2020 में भी हमलोगों ने घोषणा कर चुनाव लड़ा और आजतक हमने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को ही माना है। आगे भी पीएम मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेंगे।
इसके साथ ही सम्राट चौधरी ने कहा कि बीते कुछ दिनों से दिल्ली में एक वरिष्ठ नेता बार-बार पूर्वांचल को लेकर लोगों को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं। दिल्ली की जनता स्पष्ट तौर पर जानती है कि दिल्ली की भलाई के लिए कौन काम कर रहा है और कौन नहीं कर रहा है। दिल्ली जैसे प्रदेश में जहां पानी, नाली और सड़क की दिक्कत हो, उन समस्याओं पर दिल्ली के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कुछ नहीं बोल रहे हैं।
सम्राट चौधरी ने कहा कि मैं आज दिल्ली में रह रहे पूर्वांचल के लोगों से आग्रह करने आया हूं कि इन लोगों से सावधान रहने की जरूरत है। मैं सभी लोगों से अपील करूंगा कि 2025 के चुनाव में पूर्ण रूप से दिल्ली में बैठी सरकार को जवाब देने का काम करें।
उन्होंने कहा कि बिहार-उत्तर प्रदेश के विकास के लिए लगातार जेपी नड्डा जी का सहयोग देश को मिल रहा है। आज केजरीवाल को इसकी ज्यादा चिंता है कि बांग्लादेश को कैसे स्थापित करें। पूर्वांचल के लोगों को पता है कि कोरोना जैसे विपत्ति के समय में तो कैसे केजरीवाल की सरकार ने भगाने का काम किया था। बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों को एहसास है कि कैसे बसों और ट्रेनों में भर-भर वापस लौटना पड़ा था।
वहीं, बीपीएससी प्रश्न-पत्र लीक के सवाल पर सम्राट चौधरी ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें याद नहीं है, उनके पिताजी और माता जी जब बिहार के मुख्यमंत्री थे, तब बीपीएससी के चेयरमैन को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाता था। आज की स्थिति में कोई प्रश्न-पत्र लीक नहीं हुआ है। एक सेंटर पर कुछ इश्यू आए हैं। वो टेक्निकल इश्यू है इसलिए एक सेंटर की परीक्षा को रद्द किया गया।
सम्राट चौधरी ने कहा कि मैं चैलेंज करता हूं कि मैं मंगलवार को जनता दरबार लगाता हूं, कोई व्यक्ति एक प्रमाण लेकर आइए, दो मिनट में सरकार ये फैसला लेगी कि परीक्षा को रद्द करना चाहिए या नहीं। कोई भी प्रश्न-पत्र लीक होता है तो कार्रवाई की जाती है। लेकिन अभी तक जो जांच हुई है, इसमें कहीं भी प्रश्न-पत्र लीक का मामला नहीं आया है।