बिहार में भाजपा और जदयू के बीच कथित तौर पर तल्ख रिश्तों को लेकर जारी अटकलों पर विराम लगाते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने एनडीए में बिखराव की बात को सिरे से नकार दिया है. उन्होंने विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में ऐलान किया कि 2020 में बिहार विधानसभा का चुनाव भाजपा और जदयू मिलकर लड़ेगी और नेतृत्व भी नीतीश कुमार का ही रहेगा.
सुशील मोदी ने नीतीश कुमार के बगल में खड़े होकर सभी कयासों को सिरे से दरकिनार करते हुए कहा कि एनडीए अगला विधानसभा चुनाव भी नीतीश कुमार की अगुवाई में ही लड़ेगा और शानदार जीत हासिल करेगा.
उन्होंने कहा कि कोई भ्रम में न रहे, एनडीए पूरी तरह से एकजुट है. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि महागठबंधन डूबती नाव है और उस डूबती नैया में कोई सवार नहीं होना चाहेगा. सुशील मोदी ने तेजस्वी यादव के सदन में नही आने पर कहा कि 17 दिन से तेजस्वी सदन में नहीं आ रहे हैं. सदन को भी पता नहीं चल पा रहा है कि आखिर क्या बात है? उन्होंने चुनौती दी कि जनता को तय करने दीजिए कि हमारे 15 साल बेहतर हैं कि राजद के.
बता दें कि रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने दरभंगा दौरे के दौरान राजद के कद्दावर नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी से उनके आवास पर आधे घंटे अकेले मुलाकात की थी. इससे कयास लगाए जा रहे थे कि ये बिहार की राजनीति में सियासी हलचल के संकेत हैं.
बिहार के राजनीतिक गलियारों में तो ये चर्चा भी जोरों पर है कि राजद के कुछ विधायक टूटेंगे और जदयू तथा कांग्रेस मिलकर प्रदेश की राजनीति को नया आकार देने जा रही है.