बिहार में जहरीली शराब से हो रही मौतों पर भाजपा आक्रामक, राज्यापाल से की नीतीश सरकार को बर्खास्त करने की मांग
By एस पी सिन्हा | Published: December 16, 2022 06:07 PM2022-12-16T18:07:33+5:302022-12-16T18:08:38+5:30
राजभवन पहुंचे भाजपा विधायकों का शिष्टमंडल ने जहरीली शराब से हो रही मौतों को लेकर राज्यपाल से दखल देने की मांग की। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा, विधानपरिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी, नंद किशोर यादव सहित कई दूसरे विधायक शामिल रहे।
पटना: बिहार के सारण (छपरा) जिले में जहरीली शराब से होने वाली मौतों को लेकर भाजपा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरने के लिए राजभवन मार्च किया। भाजपा के तमाम विधायक विधानसभा से निकलने के बाद सीधा राजभवन के लिए पैदल मार्च किया। इस दौरान भाजपा विधायकों के ‘इस्तीफा दो-इस्तीफा दो’ के नारे की गूंज सदन से लेकर पटना की सड़कों पर सुनाई दी। विधायकों ने राज्यपाल फागू चौहान को एक ज्ञापन सौंपकर नीतीश सरकार को बर्खास्त करने की मांग की।
राजभवन पहुंचे भाजपा विधायकों का शिष्टमंडल ने जहरीली शराब से हो रही मौतों को लेकर राज्यपाल से दखल देने की मांग की। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा, विधानपरिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी, नंद किशोर यादव सहित कई दूसरे विधायक शामिल रहे।
राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने के बाद नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि बिहार की महागठबंधन सरकार में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। यहां शराब पीकर अब तक सैकड़ों लोग मर चुके हैं। हर दिन पटना में हत्याएं हो रही है। लेकिन बिहार सरकार इसको लेकर गंभीर नजर नहीं आ रही है। ऐसे में अब राज्यपाल को ही इस मामले में दखल देना होगा। हमारी मांग है कि जिस तरह से बिहार में शराब से मौतें हुई है, उसको लेकर राज्यपाल नीतीश सरकार को बर्खास्त करें।
उन्होंने कहा कि छपरा में जिस तरह से 57 लोगों की मौत हुई है, वह कोई सामान्य घटना नहीं है। इसके बावजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बयान दे रहे हैं कि पीने वाला मरेगा। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि स्थानीय लोगों ने पुलिस आरोप लगाया है कि थाने में जब्त की गई स्प्रिट को पुलिस ने शराब कारोबारियों को बेच दी थी। उसी स्प्रिट से शराब बनाई गई, जिससे इतने लोगों की जान चली गई है। अगर इसमें सच्चाई है तो प्रशासन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस घटना के लिए बिहार के स्वास्थय विभाग की लापरवाही है। इसके अलावा गैरजिम्मेदार प्रशासन की भी मिलीभगत है। सरकार मृतकों को दस लाख मुआवजा और उनके परिवार को रोज़गार के अवसर दे। ये मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी थी कि अगर बिहार में शराबबंदी लागू है तो शराब की बिक्री न हो।
वहीं, राज्यपाल से मिलने जाने के दौरान राजभवन में अंदर जाने को लेकर गेट पर विधायकों के साथ धक्का मुक्का हो गई, जिससे नाराज नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि अगर पुलिस प्रशासन के लोग विधायकों के साथ धक्का मुक्का करेंगो ते यह अच्छी बात नहीं है।