पुरी (ओडिशा), तीन अक्टूबर ओडिशा में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ बीजद के उम्मीदवार रुद्र प्रताप महारथी ने रविवार को पिपिली उपचुनाव में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के आश्रित पटनायक को 20,916 वोटों हरा दिया।
निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि महारथी को 30 सितंबर को हुए उपचुनाव में विजेता घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि बीजद उम्मीदवार को जहां 96,972 वोट मिले, वहीं भाजपा उम्मीदवार को 76,056 वोट मिले।
चुनाव आयोग ने कहा कि कांग्रेस उम्मीदवार बिस्वोकेशन हरिचंदन महापात्र को केवल 4,261 वोट मिले। आयोग ने कहा कि महापात्र की उपचुनाव में जमानत जब्त हो गई। आयोग ने बताया कि इस उपचुनाव में कुल 10 उम्मीदवार मैदान में थे।
पिछले साल अक्टूबर में बीजद विधायक प्रदीप महारथी के निधन के बाद यह उपचुनाव कराया गया था।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने ट्विटर पर उड़िया में लिखा, ‘‘बीजद उम्मीदवार रुद्र प्रताप महारथी को भारी समर्थन देने के लिए मैं पिपिली के लोगों को दिल से धन्यवाद देता हूं। मैं पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं को भी बधाई देता हूं। बीजद आपकी है। हम हमेशा लोगों की सेवा के लिए समर्पित हैं।’’
चुनाव आयोग के सूत्रों ने कहा कि 1,80,037 वोट ईवीएम के माध्यम से और अन्य 893 वोट डाक मतपत्र के माध्यम से डाले गए। नोटा में 831 लोगों ने वोट डाला।
ईवीएम और डाक मतपत्र के जरिए डाले गए कुल 1,80,930 वोटों में से बीजद को 53.6 फीसदी, भाजपा को 42 फीसदी और कांग्रेस को 2.4 फीसदी वोट मिले।
इस बीच, भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष समीर मोहंती ने पिपिली के लोगों को भाजपा में विश्वास रखने के लिए धन्यवाद दिया, भले ही उसका उम्मीदवार चुनाव हार गया।
उन्होंने एक बयान में कहा कि 2019 के पिछले चुनाव की तुलना में इस बार अधिक मतदाताओं ने भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में अपने मताधिकार का प्रयोग किया है।
कांग्रेस ने हार स्वीकार करते हुए कहा, पार्टी लोगों के हितों के लिए लड़ने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराती है।
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