Birsa Munda Jayanti: 150वीं जयंती पर 150 रुपये का स्मारक सिक्का?, जनजातीय गौरव दिवस पर पीएम मोदी ने बिरसा मुंडा को किया नमन, देखें वीडियो
By एस पी सिन्हा | Updated: November 15, 2024 14:52 IST2024-11-15T14:52:06+5:302024-11-15T14:52:50+5:30
Birsa Munda Jayanti: आज भगवान बिरसा मुंडा की जन्मजयंती है, राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस है। मैं सभी देशवासियों को और खासतौर पर अपने आदिवासी भाई-बहनों को जनजातीय गौरव दिवस की बधाई देता हूं।

photo-lokmat
Birsa Munda Jayanti: बिहार के जमुई जिले के बल्लोपुर गांव में बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर आयोजित 'जनजातीय गौरव दिवस' कार्यक्रम में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हुए। इस मौके पर पीएम मोदी ने 6640 करोड़ की योजनाओं की का उद्घाटन और शिलान्यास किया। साथ ही बिरसा मुंडा की 150 जयंती पर 150 रुपये के स्मारक सिक्के और 5 रुपये का स्मारक डाक टिकट का भी विमोचन किया। वहीं पीएम-जनधन योजना के तहत बने 11,000 जनजाति आवासों के गृह प्रवेश में भी वे शामिल हुए। इसके अलावा प्रधानमंत्री देशभर में 10 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों का उद्घाटन भी किया। पीएम मोदी का यहां गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इस दौरान पीएम मोदी ने बिरसा मुंडा के वंशज बुद्धराम मुंडा और मंडल मुर्मू को पीएम ने सम्मानित किया।
संस्कृति हो या सामाजिक न्याय, आज की NDA सरकार के मानक कुछ अलग ही हैं।
— BJP (@BJP4India) November 15, 2024
मैं इसे भाजपा ही नहीं, बल्कि NDA का सौभाग्य मानता हूं कि हमें द्रौपदी मुर्मू जी को राष्ट्रपति बनाने का अवसर मिला। वो देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति हैं।
- पीएम श्री @narendramodi
पूरा वीडियो देखें :… pic.twitter.com/T6nE1GqhB8
आज से पूरे देश में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जन्मजयंती का उत्सव शुरू हो रहा है।
ये कार्यक्रम अगले एक साल तक चलेंगे।
आज देश के सैंकड़ों जिलों के करीब 1 करोड़ लोग टेक्नोलॉजी के माध्यम से हमारे इस कार्यक्रम से जुड़े हैं।
- पीएम श्री @narendramodi
पूरा वीडियो देखें :… pic.twitter.com/pt2Tj9gzjQ— BJP (@BJP4India) November 15, 2024
भगवान बिरसा मुंडा अमर रहे के नारे के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत की। इस दौरान पीएम मोदी ने 'धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान' का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के दौरान मंच पर पहुंचे पीएम मोदी का बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शहीद तिलकामांझी की प्रतिमा सौंपकर किया। पीएम मोदी ने भारत माता की जयघोष के साथ अपने भाषण की शुरुआत की।
उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा का नारा कार्यक्रम में उपस्थित लोगों से लगवाया। उन्होंने कहा कि हमें खुशी है कि भाजपा परिवार में आज सबसे वरिष्ट नेता करिया मुंडा जी हैं। वो आज भी हमलोगों का मार्गदर्शन करते हैं। उन्होंने कहा कि आज का दिन इसलिए भी देश के लिए ऐतिहासिक है क्योंकि कार्तिक पूर्णिमा, देव दीपावली भी है और गुरु नानक जी का 555वां प्रकाश पर्व भी है।
सभी देशवासियों को पीएम ने इन पर्वों की बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज देश के अनेक मुख्यमंत्री, राज्यपाल और अनेक राज्यों के मंत्री हिंदुस्तान के अलग-अलग जिलों में बहुत बड़े कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं। मैं उनका स्वागत करता हूं। आदिवासी भाई-बहनों को प्रणाम करता हूं। आज बहुत ही पवित्र दिन है।
आदिवासी समाज सूर्य, वायु और पेड़-पौधों को पूजने वाला समाज है।
— BJP (@BJP4India) November 15, 2024
मैं इस पावन दिवस पर एक और जानकारी आपको देना चाहता हूं।
भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जन्मजयंती के उपलक्ष्य में देश के आदिवासी बाहुल्य जिलों में बिरसा मुंडा जनजातीय गौरव उपवन बनाए जाएंगे।
- पीएम श्री @narendramodi… pic.twitter.com/uoAzhTZu5N
पीएम मोदी ने कहा कि बिरसा मुंडा जी और सिद्धों कान्हू जी के वंशज आज हमारे बीच हैं। यह हमारे लिए सम्मान की बात है। उन्होंने कहा कि आज आदिवासी समाज के लिए केंद्र की सरकार कई योजनाएं चला रही हैं, जिसका उन्हें फायदा मिल रहा है, जिन्हें किसी ने नहीं पूछा उसे मोदी पूजता है। उन्होंने कहा कि मैं उस धरती पर आज आया हूं जिसने शहीद तिलकामांझी के शौर्य को देखा है।
हमारी सरकार ने आदिवासी विरासत को सहेजने के लिए अनेक कदम उठाए हैं।
— BJP (@BJP4India) November 15, 2024
आदिवासी कला-संस्कृति के लिए समर्पित अनेक लोगों को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
हमने रांची में भगवान बिरसा मुंडा के नाम पर विशाल संग्रहालय की शुरुआत की।
- पीएम श्री @narendramodi
पूरा वीडियो देखें :… pic.twitter.com/AKh6U4PkqT
आज से पूरे देश में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जन्म जयंती का उत्सव शुरू हुआ है जो अगले एक साल तक चलेगा। पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के बाद आदिवासी समाज के योगदान को इतिहास में वो जगह नहीं दी गई, जिसका ये समाज हकदार था। उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति और आजादी की रक्षा के लिए सैकड़ों वर्षों की लड़ाई को नेतृत्व दिया।
पीएम श्री @narendramodiजमुई, बिहार में जनजातीय गौरव दिवस समारोह को संबोधित करते हुए।#JanjatiyaGauravDiwashttps://t.co/aoWNO2DJjR
— BJP (@BJP4India) November 15, 2024
लेकिन आजादी के बाद राजनीतिक स्वार्थ के लिए इस योगदान को मिटाने की कोशिश की गई। आदिवासी समाज आजादी की लड़ाई में कई बार नेतृत्व किया। मगर उनके इतिहास को मिटाने की कोशिश की गई। इसके पीछे स्वार्थ भरी राजनीति थी। अफसोस है कि भारत की आजादी के लिए एक ही दल (कांग्रेस) को श्रेय दिया गया।
अगर एक ही परिवार ने आजादी दिलाई, तो फिर बिरसा मुंडा का उलगुलान आंदोलन क्यों हुआ था? संथाल क्रांति क्या थी? महाराणा प्रताप के रणबांकुरे भीलों को भूल नहीं सकते। छत्रपति शिवाजी को ताकत देने वाले आदिवासियों के सहयोग को नहीं भूला जा सकता है। इस कार्यक्रम में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, जुएल ओरांव, जीतनराम मांझी समेत कई अन्य नेता उपस्थित थे।


