बिहार में अब शिक्षकों और बच्चों की उपस्थिति पर रखी जाएगी पैनी नजर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लांच किया एप
By एस पी सिन्हा | Published: November 11, 2022 04:57 PM2022-11-11T16:57:54+5:302022-11-11T16:58:49+5:30
बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा तैयार इस एप के जरिए, सभी स्कूलों की रियल टाइम मॉनिटरिंग हो पाएगी। यह जीयो फेसिंग सिस्टम सपोर्टिंग एप है।
पटना: बिहार में पहली से लेकर 12वीं तक के करीब 80 हजार सरकारी विद्यालयों की निगरानी अब इजी स्कूल ट्रैकिंग सिस्टम प्लस एप से की जायेगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को इस एप का विमोचन किया। इसके साथ ही उन्होंने ’द बेसिक आफ एनीमल विहेवियर' पुस्तक का भी विमोचन किया।
मुख्यमंत्री ने जिस एप का विमोचन किया है, उसके जरिए शिक्षा महकमे से जुड़े अधिकारियों के अलावा जिलाधिकारी के साथ ही स्थानीय प्रशासन से जुड़ा कोई भी अधिकारी अपने आस-पास के स्कूल की जानकारी ले पाएगा। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा तैयार इस एप के जरिए, सभी स्कूलों की रियल टाइम मॉनिटरिंग हो पाएगी। यह जीयो फेसिंग सिस्टम सपोर्टिंग एप है। अनुश्रवण करनेवाले पदाधिकारियों को विद्यालय से 500 मीटर की परिधि में रहना आवश्यक होगा।
अनुश्रवण के लिए वर्तमान लोकेशन से 5 किमी की परिधि में अवस्थित सभी विद्यालयों का नाम रूटमैप के साथ मोबाइल स्क्रीन पर दिखाई देगा देगा। विद्यालयों से संबंधित तमाम सूचनाएं यथा स्कूल का नाम, प्रखंड, जिला आदि तथा अक्षांश एवं देशांतर एप में पहले से अपलोड हैं। वहीं, इस एप के जरिए विद्यालय खुलने की स्थिति, शिक्षकों एवं बच्चों की उपस्थिति, मध्याह्न भोजन, समय सारणी एवं वर्ग संचालन, शैक्षणिक सूचनाएं, पुस्तकालय, प्रयोगशाला, विद्यालय में स्वच्छता एवं शौचालय के बारें में तत्काल जानकारी मिलेगी। एप के जरिए स्कूल से गायब रहनेवाले शिक्षकों की ट्रैकिंग भी होगी।