पटना: बिहार के वैशाली जिले में शराब के मामले में एसपी हरिकिशोर राय ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शराब छिपाने के मामले में आईटीएफ प्रभारी होमगार्ड के जवान चालक समेत 7 कर्मियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गिरफ्तार सभी सात पुलिसकर्मियों के खिलाफ थाने में केस दर्ज किया गया है। एसपी की इस कार्रवाई के बाद जिले के पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। दरअसल, छापेमारी में बरामद शराब की कुछ बोतलें वह अपने इस्तेमाल के लिए या बेचने के लिए रख लेते हैं। जब एसपी को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने इसकी जांच कराई, जिसमें इसे सही पाया गया। वैशाली एसपी हरिकिशोर राय खुद इस टीम का नेतृत्व कर रहे थे।
यह जानकारी एसपी हर किशोर राय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर मीडिया को दी है। उन्होंने बताया कि गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि महुआ थाना अंतर्गत एएलटीएफ टीम 3 के द्वारा विभिन्न छापेमारी में बरामद शराब से कुछ शराब यह लोग अपने पास चोरी से रख लेते हैं। यह लोग स्वयं पीने के लिए रखते हैं या बेच देते हैं। बताया जाता है कि वैशाली एसपी हर किशोर राय के निर्देश पर महुआ एसडीपीओ सुरभ सुमन और महुआ पुलिस ने संयुक्त छापेमारी कर एएलटीएफ टीम के आवास से देसी और विदेशी शराब की खेप को बरामद किया है।
पुलिस ने करीब 32 लीटर देसी और एक बोतल विदेशी शराब बरामद किया है। बताया गया कि पातेपुर थाना क्षेत्र से जब्त विदेशी शराब की खेप में से एक बोतल विदेशी शराब बरामद किया गया। इस मामले में पुलिस ने सात पुलिस कर्मियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर गिरफ्तार कर आवश्यक कार्रवाई की गई। गिरफ्तार किए गए पुलिसकर्मियों में एसआई निसार अहमद, पीसी मुकेश कुमार, सिपाही प्रिया रानी, होमगार्ड के जवान रामप्रवेश सिंह, रत्नेश कुमार एवं चालक मंतोष कुमार शामिल हैं।
बता दें कि बिहार पुलिस ने शराब के धंधे पर नकेल कसने के लिए कई जिलों में एंटी लिकर टास्क फोर्स का गठन किया था। वैज्ञानिक पद्धति से सूचना एकत्र कर शराब माफियाओं और तस्करों को गिरफ्तार करना इनकी जिम्मेदारी है। लेकिन, वैशाली में एएलटीएफ की टीम पर शराबबंदी कानून की धज्जियां उड़ाने के आरोपों ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।