जदयू के दिग्गज नेता भाजपा के संपर्क में, दिल्ली से पटना पहुंचते ही कुशवाहा ने फोड़ा बम, कहा-बात का बतंगड़ बना दिया गया
By एस पी सिन्हा | Published: January 22, 2023 07:21 PM2023-01-22T19:21:38+5:302023-01-22T19:23:58+5:30
उपेंद्र कुशवाहा की बिहार भाजपा के तीन नेताओं संग मुलाकात की तस्वीर सामने आते ही सियासी उथलपुथल काफी तेज हो गई है।
पटनाः दिल्ली एम्स से डिस्चार्ज होने के बाद रविवार को पटना आते ही जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने यह कहकर सनसनी फैला दी है कि सिर्फ मैं ही नहीं जदयू पार्टी का जो जितना बड़ा नेता है, वो भी उतना ही भाजपा के सम्पर्क में है। कुशवाहा के इस बयान के बाद सियासत गर्मानी की संभावना व्यक्त की जाने लगी है।
उल्लेखनीय है कि उपेंद्र कुशवाहा की बिहार भाजपा के तीन नेताओं संग मुलाकात की तस्वीर सामने आते ही सियासी उथलपुथल काफी तेज हो गई है। कुशवाहा ने भाजपा से नजदीकियों पर उठ रहे सवाल को लेकर कहा कि मेरी तो बस तस्वीर सामने आई है। जबकि जदयू के दिग्गज नेता भाजपा के संपर्क में हैं। जदयू कमजोर हो रही है और मैं उसे मजबूत करने में लगा हूं। लेकिन लोग गलत मतलब निकाल रहे।
उन्होंने कहा कि पार्टी के किसी भी नेता से आप बात कीजिए वो बताएंगे कि पार्टी किस तरह कमजोर हो रही। लेकिन सच को स्वीकार करने कि बजाय लोग अनदेखा कर रहे हैं। मैं दिल्ली हॉस्पिटल में था और पोस्टमॉर्टम यहां हो रहा था। भाजपा के कुछ नेता मुझसे मिलने आ गये तो जुल्म हो गया। बात का बतंगड़ बना दिया गया।
उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार का नाम तो नहीं लिया, लेकिन जदयू में उनसे बड़े पद पर सिर्फ नीतीश कुमार और ललन सिंह ही हैं। उन्होंने जदयू छोड़ने की संभवना से इनकार दिया। कुशवाहा ने कहा कि भाजपा नेताओं से हुई मुलाकात के अलग अर्थ निकाले जा रहे हैं। जदयू के कमजोर होने की बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश अब पार्टी को मजबूत करने की है।
जदयू के कई नेता मानते हैं कि जदयू कमजोर हुई है। भले ही वे नेता कैमरे पर कुछ ना कहें, लेकिन वे भी मानते हैं, जदयू कमजोर हुई है। कुशवाहा ने कहा कि मेरे बारे में जो बातें फैलायी जा रही हैं, उनका कोई मतलब नहीं है। मेरे व्यक्तिगत संबंध कई लोगों से है। कोई अस्पताल में मुझसे मिलने आये तो क्या उसका राजनीतिक अर्थ निकाल लिया जाना चाहिये?
उन्होंने नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ये तो चिकित्सा विज्ञान की नवीनतम तकनीक है कि मैं जिंदा अस्पताल में भर्ती था और मेरा पोस्टमार्टम पटना में किया जा रहा था। कुशवाहा ने नीतीश कुमार को भी आइना भी दिखा दिया। दरअसल, नीतीश ने कहा था कि उपेंद्र कुशवाहा पहले भी दो-तीन दफे पार्टी छोड़ कर जा चुके हैं।
इसपर कुशवाहा ने कहा कि हमारी पार्टी ही दो-तीन दफे भाजपा के संपर्क में गई और फिर अलग हुई। पूरी पार्टी जब चाहे तब मिल जाये और फिर जुदा हो जाये। हम कहीं चले गये तो मेरे बारे में ऐसे चर्चा करना उचित है क्या? पत्रकारों ने पूछा कि नीतीश कह रहे हैं कि उपेंद्र कुशवाहा जो चाहे वो फैसला ले लें।
कुशवाहा ने कहा कि मैं किस बात का फैसला लूंगा? मेरे अलावा कौन दूसरा ये तय करेगा कि मैं कहां रहूंगा और कहां जाऊंगा? जो ये पूछ रहे हैं कि मैं फैसला लूंगा, उन्हें ये तय करने का अधिकार नहीं है। मैं जदयू में हूं और जदयू को ठीक करूंगा।
कुशवाहा ने कहा कि जदयू बीमार हो गई है। इसे स्वीकारना होगा। जब पार्टी स्वीकारेगी कि वह बीमार है तभी तो इलाज होगा। अगर इसे स्वीकार ही नहीं करेंगे तो इलाज कैसे होगा? कुशवाहा ने कहा कि जदयू का इलाज होगा और 100 परसेंट होगा।