पटनाः जमीन के बदले नौकरी मामले में फंसे तेजस्वी यादव पर भाजपा हमलावर बनी हुई है। भाजपा उनके इस्तीफे की मांग को लेकर सदन के अंदर और बाहर हंगामा कर रही है। भाजपा के हमलावर रुख के बाद तेजस्वी यादव ने पलटवार करते हुए कहा है कि भाजपा बड़का झूठा पार्टी है।
वह झूठ बोलने की फ़ैक्ट्री के साथ ही मैन्युफैक्चरर और डिस्ट्रीब्यूटर भी है,पर इनकी फैक्ट्री बंद होने वाली है। अब महाराष्ट्र को ही ले लीजिए जहां छगन भुजबल कुछ दिन पहले ही चार्जशीट हुआ और वो जेल होकर आए। जेल से आने के बाद उनका स्वागत भाजपा माला लेकर करती है।
उन्होंने अजीत पवार का उदाहरण देते हुए कहा कि कल तक पीएम मोदी और भाजपा के नेता अजीत पवार को भ्रष्टाचारी कहते हुए जेल भेजने की बात करते थे, पर अब अजीत पवार को महाराष्ट्र में उपमुख्यमंत्री बनाकर सुशोभित किया है। अब अजीत पवार भाजपा छाप वाशिंग पावडर से धुल गए हैं तो उनका भ्रष्टाचार खत्म हो गया।
अब जांच एजेंसी क्या करेगी यह देखना है। तेजस्वी ने कहा कि भाजपा के लोगों को बिहार के विकास और बिहार की जनता की कोई चिंता नहीं है। सदन की कार्यवाही को चलने दिया जाना चाहिए था। लेकिन इन लोगों ने टेबल और कुर्सियां पटकी और सदन को चलने तक नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि जिस दिन सरकार बनी थी तब 8 अगस्त को ही हमने कहा था कि अब सरकारी जांच एजेसिंयों का दुरुपयोग करना भाजपा शुरू करेगी। हम पर भी कार्रवाई करेगी क्योंकि भाजपा को 2024 का डर है। विपक्षी दलों की बैठक से भाजपा के लोग इतने घबराए हुए हैं उन्हें कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि वे क्या करे? भाजपा अब जाने वाली है। यह जनता की मांग भी है।
तेजस्वी ने कहा कि हम निशाने पर कब नहीं थे। किस बात के लिए प्राथमिकी की बात ये लोग करते हैं। 9 नवम्बर 1989 में तो मेरा जन्म ही हुआ था। 2004 में मेरी क्या उम्र होगी? जब का यह मामला है। 2015 में हम बिहार के उपमुख्यमंत्री बने थे। एक साल भी नहीं हुआ कौन सा अपराध कर दिया हमने कि भाजपा वाले भ्रष्टाचारी कहने लगे। लैड फ़ॉर जॉब केस पुराना मामला है। मेरे मंत्री बनने के बाद कोई मामला मुझ पर नहीं है।