पटना, 29 सितंबर: लोकसभा और एनसीपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने वाले कटिहार के पूर्व सांसद तारिक अनवर कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। बिहारकांग्रेस के कई बडे नेता उन्हें पार्टी में शामिल होने के लिए आमंत्रित भी कर चुके हैं। हालांकि तारिक अनवर फिलहाल इस पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।
यहां बता दें कि तारिक अनवर बिहार के बड़े नेताओं में से एक हैं। वह बिहार के कटिहार से पांच बार सांसद रह चुके हैं। ऐसे में प्रदेश में पार्टी को मजबूत करने के लिए कांग्रेस खुले दिल से उनका स्वागत करने के लिए खडी है। वैसे भी तारिक अनवर ने कांग्रेस से ही अपनी राजनीति की शुरूआत की थी। बिहार कांग्रेस में अभी उनके कद के समान कोई नेता नही हैं, ऐसे में उन्हें भी शायद ऐसा लगता है कि अगर मौका मिला तो वह कांग्रेस के साथ रहकर बिहार के मुख्यमंत्री पद तक पहुंच सकते हैं।
कारण कि अभी राजद प्रमुख लालू यादव परिवार सहित संकट में हैं और बिहार प्रदेश कांग्रेस में ऐसा कोई नेता नही हैं, जिन्हे सभी का साथ मिल सके। ऐसे में मौका बेहतर है, जो उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचा सकता है। बता दें कि तारिक अनवर 1976 में बिहार युवा कांग्रेस के अध्यक्ष बने और 1980 में कांग्रेस के टिकट पर पहली बार कटिहार से सांसद चुने गए थे। कांग्रेस में 20 साल रहने के बाद 1999 में उन्होंने पार्टी छोड़ दिया था।
शरद पवार, तारिक अनवर और पीए संगमा ने सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मुद्दे पर कांग्रेस छोडकर एनसीपी का गठन किया था। इसके बाद तारिक अनवर एनसीपी के टिकट पर महाराष्ट्र से राज्यसभा के सदस्य भी रहे। लेकिन 2014 के आम चुनाव में वह कटिहार सीट से एनसीपी के टिकट पर चुनाव जीतने में सफल रहे।
उल्लेखनीय है कि राफेल डील के मुद्दे पर एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के नरेंद्र मोदी का बचाव करने से नाराज तारिक अनवर ने पार्टी और संसद सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि शरद पवार का 19 साल पुराना साथ छोडने के बाद तारिक अनवर ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं।