कोरोना महामारी के बीच बिहार में पोस्टर सियासत! नीतीश कुमार पर कसा गय तंज, राजद ने कहा -ये जनता की आवाज
By एस पी सिन्हा | Updated: May 24, 2021 19:24 IST2021-05-24T19:22:55+5:302021-05-24T19:24:58+5:30
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर एक बार फिर पोस्टर के जरिए निशाना साधा गया है। हालांकि दिलचस्प ये है कि मुख्य विपक्षी पार्टी राजद ने इस बात से इनकार किया है कि ये पोस्टर उसकी ओर से लगवाए गए हैं.

बिहार में पोस्टर के जरिए नीतीश कुमार पर हमला (फोटो- सोशल मीडिया)
पटना: कोरोना संक्रमण के महामारी के बीच बिहार की सियासत में एक बार फिर से पोस्टर वॉर शुरू हो गया है. राजधानी पटना की सडकों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ पोस्टर लगाये गये हैं. उस पोस्टर पर लिखा है कि, नीतीश बाबू आपके निकम्मेपन की कीमत जनता कब तक चुकाएगी? यह पोस्टर ब्लैक एंड व्हाइट कलर में लगी हुई है.
हालांकि, पोस्टर में किसी की फोटो नहीं है और ना ही किसी राजनीतिक दल या संस्था का नाम है. उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण के जारी कहर को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर विपक्ष निशाना साधने का कोई मौका नही गंवाता है. कोरोना के इलाज की बेहतर व्यवस्था नहीं होने का आरोप महागठबंधन की पार्टियां लगाती आ रही हैं.
अस्पतालों में बेड का अभाव, दवाओं की कमी, ऑक्सीजन की किल्लत, एम्बुलेंस का अभाव, वेंटिलेटर जैसी कई कमियों को लेकर विपक्ष सरकार को घेरती आ रही है. माना जा रहा है कि अब पोस्टर के जरिये विपक्ष ने अपने हमले को और तेज कर दिया है. हालांकि यह पोस्टर किसकी ओर से शहर में चिपकाया गया है. यह फिलहाल पता नहीं चल सका है.
पोस्टर पर राजद ने कहा- हमने इसे नहीं लगाया
पटना में पोस्टर लगाए जाने पर राजद ने कहा है कि उनकी पार्टी ने यह पोस्टर नहीं लगाया है. राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी का कहना है कि जो बात पोस्टर में लिखा हुआ है वह वाजिब है. जनता ने मुख्यमंत्री को आईना दिखाया है. यह आम जनता की आवाज है. हालांकि यह पोस्टर उनकी पार्टी की तरफ से नहीं लगाया है.
वही, राजद के द्वारा पल्ला झाड़ लेने पर जदयू के विधान पार्षद व पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस पोस्टर को दीवार पर सटवाने वालों ने इस पर अपना नाम तक नहीं लिखा और ना ही जिम्मेवारी ही ली. उन्होंने कहा कि परोक्ष रूप से ट्विटर परिवार इसमें दिखता है.