पटनाः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को निशाने पर लेते हुए राजद नेता तेजस्वी यादव ने गुरुवार को कहा कि “बाहरी” लोग बिहार को अपना उपनिवेश बनाना चाहते हैं। ये लोग बिहार को कब्ज़ाना चाहते है। हम बिहार के लोगों से अपील करते है कि इस बार नया बिहार बनाने का सुनहरा मौका है। उन्होंने कहा कि अगर ये लोग सत्ता में आ गए तो बिहार का पीछे जाना सुनिश्चित है। इन्हें बिहार का भला करना होता तो 12 साल से डबल इंजन सरकार है और 20 वर्षों से यहाँ शासन में है। तेजस्वी यादव ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बयान पर तीखा हमला बोला।
दरअसल, अमित शाह ने कहा था कि बिहार में उद्योग नहीं लग सकते क्योंकि यहां भूमि की कमी है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा को बिहार से सिर्फ वोट चाहिए, लेकिन निवेश और उद्योग गुजरात में लगाना है। तेजस्वी यादव ने कहा कि अमित शाह बिहार को यह समझाना चाहते हैं कि यहां उद्योग नहीं लग सकते।
लेकिन बिहार की जनता अब सब समझ चुकी है और बाहरी लोगों का बहिष्कार करेगी। बिहार के लोग अब यह ठान चुके हैं कि बिहार को हम ही आगे ले जाएंगे। उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव में यह बिहार को नया बनाने का मौका है। तेजस्वी ने कहा कि अगर ये लोग फिर से आ गए, तो बिहार और पीछे चला जाएगा। यह चुनाव बिहार को बचाने और विकसित करने का अवसर है।
तेजस्वी यादव ने सरकार पर चुनाव के दौरान मतदाताओं को प्रभावित करने का गंभीर आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि आज भी सरकार ने 10 लाख महिलाओं के खाते में ₹10,000 डाले हैं। 24 तारीख को यह पैसा ट्रांसफर किया गया। यह साफ तौर पर चुनाव के दौरान रिश्वत देने जैसा है।
20 साल में यह सरकार कुछ नहीं कर सकी, लेकिन चुनाव आते ही पैसे बांटे जा रहे हैं। तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग की निष्क्रियता पर भी सवाल उठाया। उन्होंने सवाल किया कि चुनाव आयोग कहां है? क्या वह यह नहीं देख रहा कि सरकार खुलेआम आचार संहिता का उल्लंघन कर रही है? पूरे देश की नजर अब आयोग पर है।
चुनाव के बीच में ₹10,000 बांटना नैतिकता के खिलाफ है। तेजस्वी यादव ने जनता से अपील की कि इस बार बिहार के भविष्य के लिए सोच-समझकर वोट दें। यह चुनाव सिर्फ सरकार बदलने का नहीं, बल्कि बिहार को रोजगार, उद्योग और सम्मान दिलाने का है।