Bihar Political Crisis: बिहार में जेडीयू और आरजेडी की गठबंधन वाली सरकार बस कुछ देर में गिरने वाली है। इस तरह के कयास बीते 24 घंटे में तब ओर तेज हो गए जब सीएम ने अपनी आगामी कार्यक्रम को रद्द करने का निर्णय लिया। वहीं दूसरी तरफ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के साथ प्रभारी और वरिष्ठ नेताओं को दिल्ली मीटिंग के लिए बुलाया गया। मीडिया में चर्चा गरम हो रही है कि भाजपा और नीतीश में बातचीत हो गई है और नीतीश जल्द ही सरकार गिराकर दोबारा से सीएम पद की शपथ लेंगे।
हालांकि, इस बार सरकार जेडीयू प्लस बीजेपी के गठबंधन से होगी। वहीं दूसरी तरफ इस उठापटक के बीच बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बताया कि सबसे बड़ा दुश्मन कौन है। आइए आपको बताते हैं कि तेजस्वी ऐसा क्यों कहा। दरअसल, बिहार में शुक्रवार को गणतंत्र दिवस के मौके पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिसमें अतिथि के तौर पर तेजस्वी यादव भी पहुंचे।
उन्होंने कहा कि आज सबसे बड़ा दुश्मन बेरोजगारी है। हमारी सरकार ने इस पर ऐतिहासिक काम किया है। हमने 4.5 लाख से ज्यादा नौकरियां दी हैं। किसी भी राज्य सरकार ने ऐसा काम नहीं किया है। यह नहीं रुकेगा। हमने जो भी वादे किए हैं, उन्हें पूरा करेंगे और बिहार और देश को आगे ले जाएंगे। हालांकि, बिहार में बिगड़ रहे समीकरण के बारे में कुछ भी नहीं कहा है।
डिप्टी सीएम बनेंगे सुशील मोदी
मीडिया रिपोर्टस में कहा जा रहा है कि भाजपा भी नीतीश को अपने साथ लाने के लिए तैयार है। हालांकि, इस बार भी कयास लगाए जा रहे हैं कि डिप्टी सीएम एक बार फिर सुशील कुमार मोदी ही होंगे। वहीं बिहार में सरकार पर संकट आते देख आरजेडी भी जादुई आंकड़े जुटाने में लग गई है।
कहा जा रहा है कि बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी को डिप्टी सीएम पद का ऑफर दिया गया है। क्योंकि लालू अपने बेटे तेजस्वी को बिहार का अगला सीएम बनते हुए देखना चाहते हैं। बिहार में लगातार जेडीयू और आरजेडी की बैठकें चल रही हैं।