पटना के गांधी मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार को पुराने दौर से बाहर निकाल कर लाने के लिए नीतीश कुमार को बधाई दी। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमारबिहार के विकास से लिए निरंतर प्रयास किए। नीतीश ने बिहार को नई दिशा दी। उन्होंने कहा, 'नीतीश ने उद्योगों के साथ-साथ अन्नदाताओं के लिए पीएम किसान सम्मान निधि जमीन पर उतर गई है। इसका लाभ बिहार के डेढ़ करोड़ से अधिक किसानों समेत देश के 12 करोड़ किसानों को होगा। ऐसे किसान जिनके पास पांच एकड़ या उससे कम जमीन है उनके बैंक खाते में आर्थिक मदद मिलेगी।'
पीएम मोदी ने लालू प्रसाद यादव पर हमला करते हुए कहा कि यहां चारे के नाम पर क्या-क्या हुआ है ये सब जानते हैं। अब बिचौलियों से मुक्त सीधे खाते में पैसे जमा करने की योजना आपके चौकीदार ने शुरू की है। ये जो लूट-खसोट और बेनामी संपत्ति बिहार की राजनीति में दशकों से सामान्य हो चुकी थी इसे बंद करने की हमने हिम्मत दिखाई है। आपका ये चौकीदार पूरी तरह से चौकन्ना है।
उन्होंने कहा कि जब हमारी देश की सेना आतंक पर प्रहार करने में लगी है ऐसे समय में देश के भीतर ही कुछ लोग क्या-क्या कर रहे हैं। देश की आवाज को, हमारी सेना के हौसलों को बुलंद को करने की बजाए वो ऐसी बातें कर रहे हैं जिससे दुश्मनों के चेहरे खिल रहे हैं। पाकिस्तान में टीवी पर उनकी बातें दिखाकर तालियां बज रही हैं। साथियों, जब आतंक की फैक्ट्री चलाने वालों के खिलाफ एक सुर और स्वर में बात करने की जरूरत थी तब दिल्ली में 21 पार्टियां मिलकर केंद्र की एनडीए सरकार के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित करने के लिए इकट्ठी हुई थी। बिहार और देश का कोई भी सकारात्मक सोच वाला व्यक्ति उनके इस कृत्य को कभी भी माफ नहीं करेगा।
उन्होंने कहा, 'बीते पांच वर्षों में एनडीए की सरकार ने जितने ज्यादा गरीबों के जीवन में बदलाव लाने का काम किया है ये अभूतपूर्व है। केंद्र की एनडीए सरकार ने करीब 50 करोड़ गरीबों को पांच लाख रुपये तक का मुफ्त के ईलाज की सुविधा से जोड़ा है। 35 करोड़ लोगों के बैंक खाते खुलवाए हैं। 21 करोड़ को 2 लाख रुपये के दुर्घटना और जीवन बीमा का लाभ दिया। 3 करोड़ से अधिक मध्य वर्ग के साथियों को इनकम टैक्स से मुक्ति दे दी। डेढ़ करोड़ से अधिक लोगों को पक्का घर और अटल पेंशन दिया। इसी तरह सामान्य वर्ग के लोगों को 10 प्रतिशत आरक्षण भी एनडीए की सरकार ने ही दिया है। ये काम भी बाकी वर्गों के हक को छेड़े बिना किया गया है। ये जितनी भी उपलब्धियां अबतक हमने गिनाई हैं ये तभी संभव हुआ क्योंकि 2014 में आपने एनडीए को एक मजबूत जनादेश दिया।'
रैली को सफल बनाने के लिए झोंक दी ताकत
इस रैली को सफल बनाने के लिए एनडीए की तमान पार्टियां जुट गई रहीं. वहीं, भाजपा और जदयू के बीच झंडे को लेकर शक्ति प्रदर्शन शुरू हो गया है। यही वजह है कि पटना झंडों से पटा दिख रहा है। जदयू नेताओं का कहना है कि बिहार में जिस प्रकार से नीतीश कुमार ने विकास के लिए काम किया है. इससे उत्साहित होकर पार्टी कार्यकर्ताओं ने झंडा उठाया है. उनकी माने तो संकल्प रैली में जदयू प्रमुख भूमिका निभा रही है।
एनडीए की संकल्प रैली को लेकर राजद नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सलाह दी है। साथ ही अगले ही ट्वीट में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रैली स्थगित करने का आग्रह भी कर दिया ह। वहीं, जानकारी के मुताबिक, राजद नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सलाह देते हुए कहा है कि 'नीतीश जी केंद्र से बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा मांगने का दिखावा करते थे। मोदी जी ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की घोषणा और वादा किया था। नीतीश जी, कल भी सही समय है। अपने नेता मोदी जी से कल विशेष राज्य की घोषणा करवाइये। मोदी जी से डरिए मत, बिहार का हक मांगिए.' वहीं, अगले ही ट्वीट में उन्होंने देश की सुरक्षा और सीमा पर तनाव को लेकर कहा है कि 'आतंकियों से लडते हुए कश्मीर में शहीद हुए सभी वीर जवानों को शत्-शत् नमन। बेगूसराय, बिहार निवासी सीआरपीएफ इंस्पेक्टर पिंटू सिंह की शहादत पर सबों को गर्व है। सीमा पर तनाव, देश में व्याप्त असुरक्षा और बिहार में दुःख के इस माहौल में मोदी जी को कल पटना में अपनी रैली स्थगित करनी चाहिए।
यहां बता दें कि गांधी मैदान में एनडीए की संकल्प रैली के लिए दो विशाल मंच बने हैं। इसमें मुख्य मंच 12 फुट ऊंचा है, जहां से पीएम नरेंद्र मोदी समेत केंद्र व प्रदेश के वरीय नेता उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे हैं। मुख्य मंच के बगल में ही आठ फुट ऊंचा सहायक मंच बना है। यह मुख्य मंच की तुलना में थोडा छोटा है, जिस पर रैली में शामिल होने वाले ऐसे नेताओं को बिठाया जायेगा, जिन्हें मुख्य मंच पर जगह नहीं मिल पायेगी। दर्शक दीर्घा को भी इस बार सुरक्षा के हिसाब से एक नया रूप दिया गया है। एक बड़े बैरिकेडिंग से पूरे दर्शक दीर्घा को घेर कर एकीकृत करने की बजाय इसे बांस-बल्लों की बैरिकेडिंग से कई छोटे-छोटे ब्लॉक में विभक्त किया गया है। हर ब्लॉक में डेढ-दो हजार लोगों के बैठने की क्षमता है। वहीं, मैदान का आधे से अधिक हिस्सा बिना बांस बल्लों की बैरिकेडिंग के खुला छोड दिया गया है ताकि रैली में शामिल होने वालों की संख्या बढ़ने पर भी कोई समस्या नहीं हो।
गांधी मैदान के आसपास की सडक पूरी तरह रैली व एनडीए नेताओं के होर्डिंग व पोस्टर-बैनरों से पटी हुई है। गेट नंबर एक के भीतर प्रवेश करते ही भाजपा व एनडीए के प्रमुख नेताओं की बडे-बडे कटआउट दिखने लगते हैं, जिनमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी आदि शामिल हैं। जेपी गोलंबर, रामगुलाम चौक आदि पर भी पोस्टरों-बैनरों की भरमार दिखती है।
लोकमत समाचार के बिहार संवाद्दाता एसपी सिन्हा से इनपुट्स लेकर