बिहार: पटना पुलिस राजद विधायक रीतलाल यादव सहित 18 अपराधियों की संपत्ति करेगी जब्त, सूची किया गया है तैयार
By एस पी सिन्हा | Updated: June 22, 2025 16:10 IST2025-06-22T16:10:57+5:302025-06-22T16:10:57+5:30
सूची में दानापुर से राजद विधायक रीतलाल यादव के अलावे उनके साले शैलेंद्र उर्फ चिक्कू और उनके भतीजे का नाम भी शामिल है। राजद विधायक रीतलाल यादव के खिलाफ अब पीएमएलए के तहत कार्रवाई को लेकर बिहार पुलिस ने प्रवर्तन निदेशालय को प्रस्ताव भेजा है।

बिहार: पटना पुलिस राजद विधायक रीतलाल यादव सहित 18 अपराधियों की संपत्ति करेगी जब्त, सूची किया गया है तैयार
पटना: बिहार में अपराधियों की कमर तोड़ने के लिए पुलिस ने अपराध से अर्जित संपत्ति की जब्ती की प्रक्रिया तेज कर दी है। इस क्रम में पटना पुलिस ने ऐसे 18 आरोपितों की सूची तैयार की है, जिनकी संपत्तियां जल्द कुर्की की जाएंगी। सूची में दानापुर से राजद विधायक रीतलाल यादव के अलावे उनके साले शैलेंद्र उर्फ चिक्कू और उनके भतीजे का नाम भी शामिल है। राजद विधायक रीतलाल यादव के खिलाफ अब पीएमएलए के तहत कार्रवाई को लेकर बिहार पुलिस ने प्रवर्तन निदेशालय को प्रस्ताव भेजा है।
पटना के एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि रीतलाल यादव और उसके भाई पिंकू पर अवैध तरीके से करोड़ों रुपए की संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। इसे लेकर पुलिस की छानबीन जारी है। पुलिसिया अनुसंधान में करीब 100 से अधिक जमीन, फ्लैट्स आदि का पता लगा है। इसमें न सिर्फ पटना और बिहार के अन्य शहर बल्कि राज्य के बाहर भी संपत्ति होने का दावा किया गया है जिसे लेकर छानबीन जारी है।
रीतलाल की ऐसी तमाम अवैध संपत्तियों को जब्त करने की तैयारी में अब पटना पुलिस जल्द ही ईडी के साथ मिलकर कार्रवाई कर सकती है। बता दें कि कई मामलों में आरोपित रहे रीतलाल यादव इस वर्ष अप्रैल के महीने में फिर से विवादों में घिरे हैं। उनके खिलाफ एक बिल्डर ने 50 लाख रुपए रंगदारी मांगने का आरोप लगाया। रंगदारी नहीं देने पर सबक सिखाने की बातें भी कथित रूप से की गई। पटना के खगौल थाना में दर्ज शिकायत के आधार पर पुलिस ने 11 अप्रैल को रीतलाल यादव के 11 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की।
करीब 500 की संख्या में बिहार पुलिस और एसटीएफ के जवानों द्वारा की गई इस कार्रवाई में 10.5 लाख कैश, 77 लाख का ब्लैक चेक, 6 संदिग्ध ब्लैक चेक, 14 डीड और एग्रीमेंट, 17 चेक बुक, स्टांप पेपर आदि बरामद हुआ। पुलिसिया दबिश के बाद रीतलाल यादव ने 17 अप्रैल को पटना के दानापुर कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। रीतलाल यादव पटना जिले के कोथवा गांव के रहने वाले हैं। रीतलाल यादव पर भाजपा के नेता सत्यनारायण सिंह की हत्या के आरोप लगे थे।
घटना 30 अप्रैल 2003 की थी जब पटना के गांधी मैदान में लालू प्रसाद यादव की ‘तेल पिलावन, लाठी घुमावन’ रैली का आयोजन किया गया था। उसी दिन खगौल के जमालुद्दीन चौक के पास आशा देवी के पति सत्यनारायण सिन्हा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप रीतलाल यादव पर लगा था। इस मामले की सुनवाई पटना हाईकोर्ट में चल रही है।
रीतलाल यादव ने बिहार की सियासत में धमाकेदार एंट्री 2016 में निर्दलीय एमएलसी बनकर की। वहीं 2020 में राजद के टिकट पर विधायक भी बन गए। इसके साथ ही उन्हें लालू यादव के करीबी नेताओं में जाने जाना लगा। अब विधानसभा चुनाव के पहले एक बार फिर से रीतलाल यादव की मुश्किलें बढ़ी हैं।
एसएसपी ने बताया कि जिन 18 आरोपितों की जब्ती की जाएगी, उनमें शैलेंद्र उर्फ चिक्कू-खगौल, राजबल्लभ कुमार-दानापुर, नलिन उर्फ लनिन कुमार-पिपलावां, कुणाल कुमार-नौबतपुर, मो. फरीद खान उर्फ राजू खान-इमामगंज, मो. आफताब खान-इमामगंज, अमित कुमार-फुलवारीशरीफ, इंद्रदेव पासवान-फुलवारीशरीफ, गौतम उर्फ सोल्डी- रानीतालाब, संजय कुमार-रानीतालाब, नंदू यादव- दुल्हिनबाजार, मृणाल कुमार-विक्रम, नीरज उर्फ पन्नू- विक्रम, रामप्रवेश सिंह-मनेर, विष्णु दयाल सिंह-मनेर,उमाशंकर सिंह उर्फ सिपाही राय-मनेर और चिंटू कुमार-नेउरा शामिल है।