पटना: बिहार में मुख्यमंत्री के जनता दरबार में भ्रष्टाचार और अधिकारियों की मनमानी की लगातार शिकायतें मिल रही हैं। सोमवार के जनता दरबार में भी कई ऐसी शिकायतें आईं, जिसको सुनकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भौंचक रह गये।
इसके बाद उन्होंने संबंधित विभाग के प्रधान सचिव को तुरंत मामले को दिखवाकर समस्या के समाधान करने का निर्देश दिया। जनता दरबार में कई महत्वपूर्ण विभागों से जुड़ी शिकायतें लेकर कुल 66 फरियादी पहुंचे। ज्यादातर मामले ऐसे थे, जिसमें सरकारी व्यवस्था की पोल खुलती दिखी।
जनता दरबार में आई समस्यायों को सुनकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी कभी सख्त दिखे तो कभी नरम। उन्होंने कुल 66 लोगों की समस्याओं को सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों को समाधान के लिए आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उस समय दंग रह गये जब उनके घर बख्तियारपुर के लड़का ने ही उनकी पूरी पोल खोल दी। उसने कहा कि आप उद्घाटन कर गए, उसके अगले ही दिन स्ट्रीट लाइट बंद हो गया। आपके लिए जुगाड़ टेक्नोलॉजी से स्ट्रीट लाइट जलने की व्यवस्था की गई थी। आपने जल मीनार का जो उद्घाटन किया था, उसका भी हालत खराब है। बिजली नहीं रहने पर पानी की सप्लाई नहीं होती है।
इस शिकायत को सुनकर नीतीश कुमार ने कहा कि तुम अभी बता रहे हो, पहले क्यों नहीं बताये? हम तो बख्तियारपुर गये थे। हम तो लगातार घूमते ही रहते हैं। तुमको पहले बताना चाहिए था। फरियादी ने कहा कि हम तो आपसे मिलना चाह रहे थे, लेकिन मुलाकात कहां हो रही थी?
इस तरह की कई शिकायतें सुनकर नीतीश कुमार लाल-पीले होते रहे। उनके कई विभागों की पोल खुलती रही और वह अपनी रटी रटाई तरीके से अधिकारियों को निर्देश देते रहे। परिवहन विभाग में एक लाख रुपये रिश्वत मांगे जाने पर उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया। जनता दरबार में सामान्य प्रशासन विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग सहित कई विभाग से जुड़े मामलों की सुनवाई हुई।