बिहार: रमजान में मुस्लिम कर्मचारियों के लिए काम के घंटे में राहत, भाजपा ने कहा- ऐसी राहत हिंदुओं को रामनवमी में क्यों नहीं?
By विनीत कुमार | Published: March 19, 2023 12:46 PM2023-03-19T12:46:44+5:302023-03-19T12:51:12+5:30
रमजान के महीने में बिहार में मुस्लिम सरकारी कर्मचारियों के लिए काम के घंटे में राहत पर भाजपा ने ऐतराज जताया है। भाजपा की ओर से कहा गया कि ऐसी छूट तो फिर हिंदुओं को भी रामनवमी के दौरान मिलनी चाहिए।
पटना: बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार ने रमजान के पाक महीने में मुस्लिम कर्मचारियों के काम के घंटे में राहत देने का फैसला किया है। हालांकि इसे लेकर भाजपा हमलावर हो गई है। भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए दावा किया है कि पहली बार राज्य में ऐसा किया गया है। साथ ही भाजपा ने सवाल उठाए कि ऐसी ही सहूलियत हिंदुओं को रामनवमी जैसे त्यौहार के दौरान क्यों नहीं दी जाती है?
बिहार सरकार की ओर से रमजान के दौराम मुस्लिम कर्मचारियों के राहत संबंधी सर्कुलर शुक्रवार को जारी किया गया था। इसके तहत मुस्लिम कर्मचारी पूरे रमजान में एक घंटा पहले कार्यालय आ सकते हैं और एक घंटा पहले निकल सकेंगे। हालांकि, छूट का यह प्रावधान 2020 में ही कर दिया गया था। उस समय भाजपा भी नीतीश कुमार के साथ सरकार में थी। ताजा आदेश में नई बात केवल बायोमीट्रिक प्रणाली में भी छूट के हिसाब से हाजिरी लगाने की बात कही गई है।
मुस्लिम को छूट मिल रही तो हिंदुओं को क्यों नहीं: संजय जयसवाल
रमजान पर राहत को लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल ने शनिवार को कहा, 'आज तक नहीं हुआ था लेकिन इसके लिए अलग से नियम बनाया गया है। हिंदुओं के घर में भी रामनवमी होती है। नवरात्रि में वह सुबह 11 बजे तक और 5 बजे शाम से पूजा करने बैठ जाते हैं। अगर मुस्लिमों को छूट मिल रही है तो हिंदुओं को भी छूट मिलनी चाहिए। यह PFI के एजेंडो को दिखाता है। PFI का एजेंडा है कि बिहार को 2047 तक इस्लामिक स्टेट बनाना, इसके लिए बिहार सरकार उन्हें कहीं न कहीं मदद कर रही है। नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव केवल PFI का एजेंडा चला रहे हैं।'
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने साथ ही कहा, 'आपने नियम बना लिया कि एक घंटा पहले चले आएं और एक घंटा पहले चला जाए। जब ऑफिस में चपरासी और किरानी रहेगा ही नहीं तो पहले आकर कोई क्या करेगा। अगर आपको छूट देना ही था तो हिंदुओं को भी 10 दिन का छूट देते।'