Bihar News: आग और तड़प तभी शांत होगी, बिहार में अपनी सरकार?, डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने कहा- अब भी मिशन पूरा नहीं
By एस पी सिन्हा | Updated: December 25, 2024 18:02 IST2024-12-25T18:01:47+5:302024-12-25T18:02:31+5:30
Bihar News:बिहार में जब भाजपा की सरकार बन जाएगी तभी भाजपा के कार्यकर्ताओं के मन के अंदर की आग और तड़प शांत होगी।

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पटनाः पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के मौके पर भाजपा की ओर से आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने खुले मंच से ऐलान किया कि बिहार में भाजपा की सरकार बनाना हमारा मिशन है। हमारी आग और तड़प तभी शांत होगी जब बिहार में अपनी सरकार होगी। उन्होंने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ताओं ने बिहार को जंगलराज से मुक्ति दिलाया है। लेकिन अब भी मिशन पूरा नहीं हुआ है। भाजपा का मिशन अधूरा है। विजय सिन्हा ने कहा इ बिहार में भाजपा की अपनी सरकार हो, तभी हम स्व. अटल बिहारी वाजपेयी को सच्ची श्रद्धांजलि दे पायेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार में जब भाजपा की सरकार बन जाएगी तभी भाजपा के कार्यकर्ताओं के मन के अंदर की आग और तड़प शांत होगी।
क्योंकि आज भी जंगलराज वाले लोग बिहार के सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ रहे हैं। आज भी उनके प्रभाव से बिहार ग्रसित है। विजय सिन्हा ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी की पंक्तियों को दोहराते हुए कहा कि भाजपा के कार्यकर्ताओं को हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूंगा को याद कर बिहार में अपनी सरकार बनानी चाहिए और अटल जी को सच्ची श्रद्धांजलि देनी चाहिये।
बता दें कि पिछले सप्ताह से ही ये बखेड़ा शुरू हुआ है कि 2025 में बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की ओर से मुख्यमंत्री पद का चेहरा कौन होगा? केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में कहा था कि मुख्यमंत्री पद का दावेदार कौन होगा यह अभी तय नहीं है।
इसके बाद इस चर्चा ने जोर पकड़ी कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का वही हाल करने जा रही है जैसा उसने महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे का किया है। हालांकि अमित शाह के बयान पर सियासत गर्म होने के बाद भाजपा की सफाई आई थी। भाजपा ने दिल्ली में कोर कमेटी की बैठक कर कहा था कि 2025 का विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जायेगा।
लेकिन कोर कमेटी की बैठक के दो दिन बाद ही विजय कुमार सिन्हा ने खुले मंच से जता दिया कि उनकी पार्टी बीजेपी के इरादे क्या हैं? इसका मतलब है कि नीतीश कुमार की जरूरत नही रह जायेगी और भाजपा स्वतंत्र हो जाएगी। इसको लेकर एक बार फिर से सियासत गर्मा सकती है।