पटनाः बिहार में सत्ता में आते ही राजद ने जदयू से बराबर का हिसाब करना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में विधानसभा में अध्यक्ष पद पर कब्जा जमाया तो विधान परिषद में उप सभापति का पद मांग लिया। इसके बाद विधान परिषद के उप सभापति पद के लिए राजद के वरिष्ठ नेता रामचंद्र पूर्वे ने नामांकन दाखिल किया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी भी मौजूद रहीं। रामचंद्र पूर्वे का विधान परिषद के उपसभापति के लिए निर्विरोध निर्वाचन होना तय माना जा रहा है। इस तरह से बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों में अब भाजपा के पास कोई भी महत्वपूर्ण पद नहीं रह जायेगा।
विधानसभा अध्यक्ष से लेकर उपाध्यक्ष और विधान परिषद के सभापति से लेकर उपसभापति की कुर्सी तक जदयू और राजद का कब्जा हो गया है। इसतरह से उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सरकार में हर स्तर पर अपनी हिस्सेदारी सुनिश्चित कर लिया है। एक तरफ विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी राजद के पास है तो उपाध्यक्ष की कुर्सी जदयू के पास है।
वहीं, दूसरी तरफ विधान परिषद में सभापति की कुर्सी देवेश चंद्र ठाकुर के पास है तो वहीं दूसरी तरफ उप सभापति की कुर्सी अब रामचंद्र पूर्वे के पास होगी। इसतरह से राजद ने बराबर की हिस्सेदारी तय कर लिया है, जो पहले भाजपा नहीं कर सकी थी।