पटनाः बिहार विधानसभा में बवाल के दौरान कई विधायकों, पुलिसकर्मियों और पत्रकारों को चोटें आई हैं। इस दौरान राजद विधायक सतीश दास को गंभीर चोट आई है।
जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। यही नहीं सीपीआई के विधायक सत्येन्द्र यादव को भी पुलिस ने जमकर पीटा। विधायकों की पिटाई के बाद विपक्ष की महिला विधायकों आसन की करीब पहुंच गईं और विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी को घेर लिया। महिला विधायक लगातार नारेबाजी कर रही थीं।
इसके बाद सदन में महिला पुलिसकर्मी को बुलाना पड़ा, जिसके बाद महिला पुलिसकर्मियों ने दो महिला विधायकों को हटाया। पुलिस की पिटाई से कई विधायक घायल हुए हैं। दो विधायक बेहोश हो गए। विधानसभा अध्यक्ष के चेंबर का घेराव कर रहे विधायकों को जब पटना के जिलाधिकारी समझाने गये तो वह भी घिर गए, समझाने से विधायक नहीं मानें तब बल प्रयोग कर उन्हें हटाया जाने लगा।
बडी संख्या में महिला पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया। इसके बाद पुलिस और विधायकों के बीच मारपीट शुरू हो गई। विधायकों को रैफ ओर बिहार पुलिस के जवानों ने जबरन खींचकर हटाया। राजद नेता सत्येंद्र यादव को पुलिस ने मुक्का मारा। कई विधायकों को पीटकर सदन से बाहर फेंक दिया, काफी देर तक मारपीट के बाद जिलाधिकारी ने विधान सभा का गेट खुलवाया।
राजद विधायक रीतलाल यादव को भी पुलिस ने पीट दिया. इसके बाद सदन के संचालन के लिए कुछ देर नरेंद्र नारायण यादव आसन पर आये. लेकिन वह भी जल्दी ही आसन छोड़कर चले गये। पटना एसएसपी के नेतृत्व में पुलिस लात-जूतों से विधायकों को पीट रही थी, राजद विधायक सुधाकर सिंह को पहले विधानसभा की सीढ़ियों पर पीटा गया।
फिर उन्हें विधानसभा परिसर में पुलिसकर्मी ने लात-जूते से पीटा।सुधाकर सिंह राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे हैं। पुलिस की पिटाई से सीपीएम विधायक सत्येंद्र यादव बेहोश हो गए। विधायक सत्येंद्र यादव को पटक कर पुलिस ने पीटा। पुलिस की बर्बर पिटाई के बाद सत्येंद्र यादव घायल हो गये। राजद के विधायक सतीश दास औऱ माले विधायक सुदामा प्रसाद को भी पुलिस ने जमकर पिटाई की।
सतीश दास भी पुलिस पिटाई से बेहोश हो गये. पुलिस ने दर्जनों विधायकों को बर्बर तरीके से पीटा। हद ये थी कि महिला विधायकों को भी नहीं छोड़ा गया। कई महिला विधायक अपने शरीर पर जख्म के निशान को दिखा रही थीं. इस दौरान विपक्ष के कई विधायकों ने पटना के जिलाधिकारी और एसएसपी के साथ बदसलूकी भी की।
विधानसभा अध्यक्ष के चेंबर के बाहर मौजूद विपक्षी विधायकों को हटाने के लिए मार्शल को भी बुलाया गया. सदन में मंत्री अशोक चौधरी और राजद विधायक चंद्रशेखर के बीच हाथापाई हो गई. अशोक चौधरी ने राजद विधायक को धक्का दे दिया, वहीं विधायक चंद्रशेखर ने भी मंत्री अशोच चौधरी की ओर माइक्रोफोन फेंका।
इसमें पुलिस को बिना वारंट गिरफ्तारी के साथ साथ किसी की भी तलाशी लेने का पॉवर दिया गया है। विपक्ष इसे काला कानून बताते हुए इसका जमकर विरोध कर रहा है। कल ही पूरे राज्य में माले कार्यकर्ताओं ने बिल की प्रति जलाई थी। आज सदन में इसके खिलाफ ही भारी हंगामा हुआ।