पटना: तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म पर दिए गए बयान के बाद बिहार में भाजपा लगातार हमलावर है। नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि भारत की एकता और अखंडता हजार वर्ष की गुलामी के बाद भी अगर बची है तो उसका आधार सनातन धर्म ही है। उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक सनातन के संतान एक दूसरे से सनातन धर्म के धागे से बंधे हुए थे। उस धागे को कमजोर कर तोड़ने की मनसा इंडिया गठबंधन के लोगों की है। इससे इस्लामी तुष्टीकरण, वंशवाद की मानसिकता साफ झलकती है।
उन्होंने कहा कि जब मुगल भी आए तो उन्होंने सनातन पर सबसे पहले चोट किया था। अंग्रेज भी आए तो सबसे पहले सनातन को कमजोर कर राजनीति की। विजय सिन्हा ने इंडिया गठबंधन को बेमेल समझौता बताया और कहा कि आने वाले दिनों में कई और बीमारी प्रलक्षित होगी। आने वाले दिनों में इनके अंदर लट्ठम लाठी भी देखने को मिलेगी।
उन्होंने इशारों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर तंज भी कसा। इंडिया की भी सनातन धर्म को कमजोर करने और उन्माद पैदा करने की सोच झलक रही है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी जो जनेयु पहनकर टीका लगाते हैं, क्या ऐसे बयान देने वाले पर एक्शन लेंगे और इनको गठबंधन से बाहर निकालेंगे? राजद में बैठे लोग रामायण के बारे में जिस तरह से चर्चा करके झूठी धर्म निष्पक्षता की मानसिकता बना रहे हैं। जो कहीं ना कहीं आपकी तुष्टिकरण की राजनीति को दिखाता है।