बिहार: जीतन राम मांझी का नीतीश सरकार पर बड़ा हमला, लगाया शिक्षक भर्ती परीक्षा में भ्रष्टाचार का आरोप
By एस पी सिन्हा | Published: October 29, 2023 02:31 PM2023-10-29T14:31:50+5:302023-10-29T14:46:54+5:30
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने रविवार को एकबार फिर बीपीएसपी की शिक्षक परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि वो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आयोग को इसका सबूत भी सौपेंगे।
पटना: बिहार में बीपीएससी द्वारा शिक्षक भर्ती परीक्षा का रिजल्ट जारी किए जाने के बाद से सियासत बेहद गर्म है। इस मामले को लेकर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी लगातार नीतीश सरकार को घेर रहे हैं। रविवार को एकबार फिर उन्होंने इस परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली का आरोप लगाया है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आयोग को इसका सबूत भी सौंपे जाने की बात कही।
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा है कि राज्य में जिन शिक्षकों की बहाली करवाई जा रही है, इसमें बड़े पैमाने पर धांधली हुई है। हम इस मामले में जांच की मांग करते हैं।
जीतन राम मांझी ने कहा कि इस मामले में बारीकी से जांच किया जाना चाहिए और उसके बाद रिजल्ट जारी किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस परीक्षा में बड़े पैमाने पर खेल हुआ है और मैं पहले दिन से ही यह बातें कह रहा हूं। मैं हर दिन कह रहा हूं कि इस परीक्षा में वापस से जांच की जानी चाहिए। इसमें धांधली हुई है और 2 तारीख को नियुक्ति पत्र बांटना गलत है।
उन्होंने कहा कि जदयू के नेता कह रहे हैं कि जीतन राम मांझी ऐसे ही बोलते हैं, उनको प्रमाण देना चाहिए। तो हमारे पास प्रमाण है। हर परीक्षा में 5 से 10 फीसदी उपस्थित नहीं रहते है। उन्होंने कहा कि बिहार के बाहर यानी दूसरे राज्यों के बच्चों को मौका दिया गया है, ये अनियमितता है। हमारे पास काफी धांधली होने के सबूत हैं। इसकी जांच हो। नियम तो है जिनका डॉक्यूमेंट्स नहीं रहता है, उनको समय दिया जाता है। सुधार करने के बजाय फिर परीक्षा ले रहे हैं।
पूर्व सीएम माझी ने कहा कि हम समझते है की अन्याय हुआ है। परीक्षा सेंटर मैनेज था, पैसा देकर मैनेज किया गया है। पहले जांच होनी चाहिए।
वहीं मांझी ने कहा कि रामचरित मानस की जो रचना हुई वो वाल्मीकि के आधार पर हुई, पर जिस रूप से उनकी पूजा होनी चाहिए नहीं होती है। इसलिए वाल्मीकि जी की जयंती पर अवकाश घोषित और डाक टिकट भी जारी होना चाहिए। इस बात की मांग मैं हमेशा से करता रहा हूं और आगे भी करता रहूंगा।
उधर, एनडीए में सीट बंटवारा को लेकर मांझी ने साफ तौर पर कहा कि एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर एजेंसी के द्वारा सर्वे कराया जा रहा है कि कौन कहां से खड़ा होगा तो सीट जीतेगा। उसके बाद ही पूरे मामले में शीर्ष नेता बैठकर इस पर निर्णय लेंगे। हम लोग सीट के पीछे नहीं पड़े हुए है सब लोग चुनाव में लगे हुए हैं और हमें चुनाव में जीत हासिल करना है।