Bihar-Jharkhand Weather: बिहार-झारखंड में गर्मी से बेहाल, 11 जिलों में हीटवेब अलर्ट जारी, लू से राहत नहीं, कई जिलों में तापमान 40 के पार
By एस पी सिन्हा | Published: April 14, 2022 04:22 PM2022-04-14T16:22:59+5:302022-04-14T16:24:19+5:30
Bihar-Jharkhand Weather Update: मौसम विभाग के प्रभारी अभिषेक आनंद ने बताया कि रांची में भी पिछले कुछ दिनों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री तक पहुंच गया. बुधवार को रांची का अधिकतम तापमान 39.8 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से 4.2 डिग्री सेल्सियस अधिक है.
Bihar-Jharkhand Weather Update: बिहार में मार्च महीने से शुरू हुआ गर्मी का सितम अब अप्रैल में जानलेवा रूप धारण कर चुका है. गर्मी की वजह से जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है. राजधानी पटना समेत बिहार के ज्यादातर इलाके में इस वक्त हीटवेव की कंडीशन है.
ऐसे में गर्मी की वजह से मौसम विभाग ने हीटवेब अलर्ट जारी कर दिया है. अब तो गर्मी के चलते हालात ऐसे बन गये हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी बिहार में गर्मी को लेकर चिंता जताई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि इस बार गर्मी ज्यादा पड़ रही है और आगे इसके और खतरनाक होने की आशंका जताई गई है. ऐसे में लोगों को सावधान रहने की जरूरत है.
उत्तरी भारत के अन्य प्रदेशों की तरह झारखंड के अधिकतर इलाकों में इस समय पारा 40 डिग्री सेल्सियस के ऊपर चला गया है और मौसम विभाग के अनुसार अगले एक सप्ताह तेज गर्मी से लोगों को कोई राहत मिलने की संभावना नहीं है. मौसम विभाग ने आज कैमूर, गया, औरंगाबाद, भोजपुर, बक्सर, नवादा और रोहतास जिलों के लिए अलर्ट जारी कर दिया है.
राज्य में ज्यादातर जिलों के अंदर पारा 40 डिग्री और उसके ऊपर रहने का पूर्वानुमान है, जबकि कई जिलों में यह 44 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है. मौसम विभाग ने आशंका जताई है कि हीटवेव या नीलू की वजह से कई जिलों में पुराने सालों का रिकॉर्ड टूट जाएगा. बुधवार को राज्य के 11 जिलों में हीटवेव का अलर्ट जारी किया गया था.
बीती रात भी लोगों ने उमस भरी गर्मी महसूस की रात के वक्त गर्मी के पारे ने पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है.इसबीच, मुजफ्फरपुर, वैशाली के इलाके में गर्मी की वजह से होने वाले एईएस (चमकी बुखार) को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सतर्कता बरतने की बात कही है.
उन्होंने कहा है कि हमें एक ऐसे सावधान रहने की जरूरत है. जिस तरह से गर्मी पड रही है, उसे देखते हुए इस बात की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता कि एईएस के मामले बढ़ सकते हैं. लेकिन सरकार ने अपने स्तर से पूरी तैयारी कर रखी है. लोगों को भी सचेत रहने की जरूरत है, खासतौर पर गर्मी में बच्चों को बचाने की आवश्यकता है.