पटना, 30 जूनः फेसबुक के माध्यम से अपने हुश्न का जलवा दिखाकर ठगी किये जाने के मामले में बिहार के बंटी और बबली अर्थात सुमन व प्रियंका के कारनामे की चर्चा सुर्खियों में है। फेसबुक के माध्यम से किये गये इनके कारनामे का सच भी सामने आ रहे हैं। दिल्ली के व्यवसायी पीएन विजय की शिकायत पर गिरफ्तार हुए ठग दपंति से दिल्ली की क्राइम ब्रांच पूछताछ कर रही है। पूछताछ में करोडों रुपये को ठिकाने लगाने व इन दोनों के अन्य शिकार के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इनके द्वारा फेसबुक के माध्यम से अपने हुश्न का जलवा दिखाकर किये ठगी और उसके बदौलत इनके द्वारा किये गये ऐसो आराम के व्यवस्था को देखकर सभी की आंखें फटी रह गई हैं। यही नही सहरसा जिले के बनगांव निवासी सहदेव मिस्त्री के पुत्र सुमन ने शहर के एक व्यवसायी के साथ बालू के कारोबार में साझीदार बनने के लिए एक करोड रुपये दिये थे। इतना ही नहीं व्यवसायी को अन्य काम के लिए 50 लाख रुपये सूद पर भी दिये थे।
इसके अलावा बनगांव से सहरसा तक दर्जनों लोग हैं जिन्होंने सुमन से लिये गये रुपये से अपना कारोबार तक शुरू कर लिया है। ग्रामीणों का कहना है कि सुमन को शायद पहले से ठगी मामले के खुलासे की भनक लग गई थी। इसी वजह से अधिकांश रुपये लोगों के बीच कर्ज व अन्य रूप में बांट चुका था। हालांकि ग्रामीण उन लाभान्वित लोगों के नाम खुल कर बताते भी हैं। पटना के साकेतपुरी में सुमन व प्रियंका को गिरफ्तार करने गई पुलिस के हाथ एक लेपटॉप एवं मोबाइल भी लगी है, जो सुमन व प्रियंका के नहीं है।
मिली जानकारी के अनुसार वह सामान बनगांव के ही किसी रंजीत नाम के युवक का है जो पटना से सहरसा तक सुमन के साथ बना रहता था। लोग बताते हैं फेसबुक के जरिये लोगों को निशाना बनानेवाले दंपति को यह संदिग्ध युवक तकनीकी मदद पहुंचाता था। लोगों को संदेह है कि लेपटॉप में बैंक अकाउंट सहित ऑनलाइन हेराफेरी के कई सबूत हाथ लग सकते हैं। फेसबुक पर दिल्ली के व्यवसायी को चूना लगानेवाले ठगों के खुलासे के बाद सोशल मीडिया पर लोग इनके अकाउंट को ज्यादा ट्रोल करने लगे।
इस बात की जानकारी इन दोनों ठग दंपति को भी लग गई। इसके बाद फेसबुक, ट्वीटर व वाट्सएप अकाउंट सुमन व प्रियंका ने डिलीट कर दी है। इतना ही नहीं इनके खास लोगों ने भी फेसबुक से स्वयं को हटा लिया है या फिर उन दोनों को अनफ्रेंड कर दिया है। ठगी के धंधे में धाक जमा चुके सुमन के रहन-सहन को देख इलाके में चर्चा तो होती ही थी। लेकिन, बाद के दिनों में पिता सहदेव मिस्त्री का रुतबा भी गांव में देखते बनती थी। छापेमारी के बाद से सुमन के घर में सन्नाटा पसरा हुआ है। वहीं अन्य परिजन भी पटना से गायब हैं. हमेशा परछाई की तरह सुमन के साथ रहनेवाले गांव के कुछ लडके भी फरार बताये जा रहे हैं।
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