Bihar Hooch Tragedy: 200 से ज्यादा लोगों की मौत, चिराग ने कहा-पोस्टमार्टम किए बिना अंतिम संस्कार, सीएम की खामोशी और भ्रष्ट अधिकारियों को समर्थन
By सतीश कुमार सिंह | Published: December 17, 2022 07:18 PM2022-12-17T19:18:05+5:302022-12-17T19:18:55+5:30
Bihar Hooch Tragedy: छपरा शराब त्रासदी पर चिराग पासवान ने कहा कि शराबबंदी कानून पूरी तरह से फेल है। मैं पिछले 4 साल से यह कह रहा हूं। 2016 में मैंने नीतीश कुमार को इस कानून का समर्थन किया था।
Bihar Hooch Tragedy: लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला किया। छपरा जहरीली त्रासदी पर कुमार की 'जो पीएगा, वो मरेगा' टिप्पणी को लेकर उनकी आलोचना की। पासवान ने राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की भी मांग की।
चिराग पासवान ने कहा कि 200 से ज्यादा लोगों की मृत्यु हुई है। सच दबाया जा रहा है। पोस्टमार्टम किए बिना अंतिम संस्कार करवाया गया। परिवार पर दवाब डालाते हुए बोला जा रहा है कि मत बोलो कि शराब से मृत्यु हुई है नहीं तो जेल भेज देंगे। सीएम नीतीश कुमार की खामोशी भ्रष्ट अधिकारियों को समर्थन है।
200 से ज्यादा लोगों की मृत्यु हुई है। सच दबाया जा रहा है। पोस्टमार्टम किए बिना अंतिम संस्कार करवाया गया। परिवार पर दवाब डालाते हुए बोला जा रहा है कि मत बोलो कि शराब से मृत्यु हुई है नहीं तो जेल भेज देंगे। CM की खामोशी भ्रष्ट अधिकारियों को समर्थन है: चिराग पासवान, LJP (रामविलास) pic.twitter.com/6VyakVmqFi
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 17, 2022
छपरा शराब त्रासदी पर पासवान ने कहा कि शराबबंदी कानून (बिहार में) पूरी तरह से फेल है। मैं पिछले 4 साल से यह कह रहा हूं। 2016 में मैंने उनके (नीतीश) इस कानून का समर्थन किया था। बिहार में शराबबंदी कानून के तहत सिर्फ गरीब लोगों को ही जेल में बंद किया गया है।
लेकिन आज तक अवैध शराब बनाने वाले गिरोह या सीमावर्ती इलाकों से आयात करने वाले किसी तस्कर को गिरफ्तार नहीं किया गया है। सीएम मानने को तैयार नहीं हैं। शराब ऐसे बिक रही है, लेकिन हकीकत यह है कि बिहार में शराब की होम डिलीवरी हो रही है और यह बात सभी जानते हैं।
छपरा में जहरीली शराब के सेवन से हुई मौत पर लोजपा (रामविलास) प्रमुख ने कहा कि मैं इसे मौत भी नहीं कहूंगा, मैं इसे हत्या कहता हूं। क्योंकि किसी को जहर देकर मारने को हत्या कहते हैं। इसके बाद भी कई मौतें, सीएम इसकी समीक्षा करने को तैयार नहीं हैं और न ही इसे सुनने को तैयार हैं।