बिहारः बोर्ड परीक्षा में टॉप करवाने वाले बच्चा राय की ED ने की करोड़ों की संपत्ति जब्त
By एस पी सिन्हा | Published: October 16, 2018 04:40 PM2018-10-16T16:40:28+5:302018-10-16T16:40:28+5:30
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रवर्तन निदेशालय ने प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई की है। यहां बता दें कि बिहार टॉपर घोटाला सामने आने के बाद एसआईटी ने बच्चा राय के खिलाफ धोखाधड़ी, ठगी, फर्जी कागजात तैयार करने और संपत्ति का दुरुपयोग करने का मामला दर्ज किया था।
बिहार में हुए इंटर टॉपर घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए इस मामले के मुख्य आरोपी बच्चा राय की 10 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली है। सीज की गई सभी संपत्तियां वैशाली जिले में है। जब्त की गई संपत्ति में हाजीपुर स्थित दो मंजिला मकान, चेहरकला में निर्माणाधीन कॉलेज, 26 जमीन के प्लॉट भी शामिल हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रवर्तन निदेशालय ने प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई की है। यहां बता दें कि बिहार टॉपर घोटाला सामने आने के बाद एसआईटी ने बच्चा राय के खिलाफ धोखाधड़ी, ठगी, फर्जी कागजात तैयार करने और संपत्ति का दुरुपयोग करने का मामला दर्ज किया था।
एसआईटी से मिली जानकारी के अनुसार बच्चा राय के बैंक एकाउंट में 73 लाख रुपये से ज्यादा की राशि जमा है। वहीं, इंटर टॉपर घोटाले के बाद बच्चा राय के घर पर की गई छापेमारी में एक करोड़ 85 लाख रुपये की कीमत के जमीन के कागजात भी मिले थे। बच्चा राय टॉपर स्कैम का मास्टरमाइंड है।
2014 में बिहार बोर्ड की दसवीं की परीक्षा में उसकी बेटी शालिनी राय टॉप की थी। लेकिन टॉपर घोटाले का खुलासा 2016 में हुआ जब इंटर साइंस की परीक्षा में भी विशुन राय कॉलेज के मालिक बच्चा राय की बेटी ही टॉपर रही। रिजल्ट में गड़बड़ी सामने आने पर टॉपर लिस्ट में शालिनी को दूसरे नंबर पर रख कर सौरभ को टॉपर बताया गया। लेकिन, एफआईआर में शालिनी को ही टॉपर बताया गया।
बच्चा राय पैसे लेकर बोर्ड रिजल्ट बदलवाने का काम करता था। इस घोटाले के सामने आने के बाद बिहार बोर्ड के चेयरमैन प्रो. लालकेश्वर प्रसाद को बच्चा राय के साथ ही गिरफ्तार कर लिया गया था। अभी दोनो जेल में हैं, जबकि इस मामले में जेल गईं लालकेश्वर प्रसाद की पत्नी जदयू की पूर्व विधायक प्रो. उषा सिन्हा को जमानत मील गई है।